बिलासपुर। स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय, पचपेड़ी (मस्तूरी विकासखंड) में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें 5 वर्षीय बालिका पर स्कूल के प्रभारी प्राचार्य चितरंजन कुमार राठौर द्वारा थप्पड़ मारने का मामला उजागर हुआ है। बच्ची अपनी बहन के साथ स्कूल आई थी, लेकिन बिना किसी स्पष्ट कारण के राठौर ने उसे थप्पड़ मारते हुए डांट भी लगाई, जिससे वह बुरी तरह से भयभीत हो गई। इस घटना के बाद प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोषी प्राचार्य को उनके पद से हटाने का फैसला लिया है।
जांच के दौरान इस घटना की पुष्टि होने के बाद बिलासपुर के कलेक्टर अवनीश शरण ने तत्काल प्रभाव से चितरंजन कुमार राठौर को उनके प्राचार्य पद से मुक्त कर दिया। इसके साथ ही राठौर को मस्तूरी बीईओ कार्यालय में उपस्थित रहने का आदेश दिया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए उनके निलंबन का प्रस्ताव रायपुर स्थित लोक शिक्षण संचालक को भेजा गया है।
इस घटना ने मस्तूरी विकासखंड की शिक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। लगातार हो रही अनियमितताओं के चलते विकासखंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) शिव राम टंडन के कार्यों पर भी प्रश्नचिह्न लगा है। कलेक्टर शरण ने बीईओ टंडन को भी उनके पद से हटाने का निर्णय लिया है, जिससे यह संकेत मिलता है कि प्रशासन अब इस प्रकार की घटनाओं को गंभीरता से ले रहा है। उनकी जगह अब ईश्वर प्रसाद सोनवानी, प्राचार्य शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला एरमशाही, को मस्तूरी के नए विकासखंड शिक्षा अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया है।
कलेक्टर अवनीश शरण ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि विद्यालयों में बच्चों के साथ किसी भी प्रकार का दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस प्रकार की घटनाओं में शामिल लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन की इस त्वरित और कठोर कार्रवाई से स्पष्ट है कि जिले में बच्चों के अधिकारों की रक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है।
इस घटना के बाद शिक्षा विभाग में एक सख्त संदेश गया है कि अनुशासनहीनता और बच्चों के साथ दुर्व्यवहार को सहन नहीं किया जाएगा।

