छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष पद के चुनाव की तैयारी तेज़, 5 अक्टूबर को मतदान..
**रायपुर:** छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। 28 सितंबर को नामांकन प्रक्रिया पूरी की जाएगी और 5 अक्टूबर को प्रदेशभर में मतदान होगा। इस महत्वपूर्ण चुनाव के लिए तीन प्रमुख दावेदारों के नाम सामने आए हैं। बिलासपुर से वेद प्रकाश शर्मा, कांकेर से हरीश कोडोपी, और दुर्ग से अजीत दुबे मैदान में उतर रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार, इस बार वेद प्रकाश शर्मा की दावेदारी को सबसे प्रबल माना जा रहा है। बिलासपुर संभाग से आते हुए, शर्मा को भारी समर्थन मिल रहा है। उनकी लोकप्रियता और संघ के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ने उन्हें प्रमुख उम्मीदवार बना दिया है। वेद प्रकाश शर्मा का चुनावी एजेंडा वन कर्मचारियों के अधिकारों की सुरक्षा और विभागीय विसंगतियों को दूर करने पर केंद्रित है।
**वेद प्रकाश शर्मा जी की प्रमुख घोषणाएं**
वेद प्रकाश शर्मा ने अपने चुनावी अभियान के दौरान कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। इनमें प्रमुख रूप से वेतन विसंगतियों के समाधान के लिए संघर्ष करने की बात कही गई है। उन्होंने लघु वनोपज के 180 पदों पर पुनः वनपाल से उप वन क्षेत्रपाल के पदों पर पदोन्नति का भी आश्वासन दिया है। शर्मा का ध्यान वन विभाग के सेट-अप के पुनरावलोकन पर भी है, जिसमें विभागीय ढांचे की फिर से समीक्षा की जाएगी। इसके अलावा, हाथी प्रोडक्शन दल के गठन की भी बात कही गई है, जो वन्यजीव संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। सेवानिवृत्त कर्मचारियों को समय पर सभी देयकों का भुगतान करना भी उनकी प्रमुख घोषणाओं में शामिल है।
**वेद प्रकाश शर्मा जी का फ्यूचर प्लान**
शर्मा ने छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ का नया संघ कार्यालय स्थापित करने और सभी संभागों में संभागीय कार्यालय खोलने का वादा किया है। इसके साथ ही, वे प्रांत स्तरीय बैठकों को सुकमा से लेकर जशपुर तक आयोजित करने की योजना बना रहे हैं। हर महीने के पहले रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक करने का प्रस्ताव भी उनके एजेंडे में है।
बता दें कि वेद प्रकाश शर्मा वन कर्मचारियों के हक के लिए हमेशा शासन-प्रशासन से लड़ते आए हैं और उनकी मांगों को पूरा करवाने में हमेशा आगे रहे हैं। वनपाल के पद पर सीधी भर्ती रोकने और संघ की नियमावली में पारदर्शिता लाने के मुद्दों पर वे खुलकर बात कर रहे हैं।

