बिलासपुर। सिविल लाइन थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहाँ तालापारा तैबा चौक के पास रहने वाले मौलाना कारी बशीर पर अपनी गर्भवती पत्नी की बेरहमी से पिटाई कर मौत के घाट उतारने का आरोप लगा है। इतना ही नहीं, मौलाना ने अपनी मृत पत्नी का शव गुपचुप तरीके से उत्तर प्रदेश ले जाकर कब्रिस्तान में दफना दिया गया। मंगलवार को मृतक के भाई ने बिलासपुर एसपी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद सिविल लाइन पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुट गई है। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने और दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
क्या है पूरा मामला..
स्थानीय लोगों के अनुसार, मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद का रहने वाला कारी बशीर बिलासपुर में मदरसा और बिरयानी सेंटर चलाता है। आरोप है कि बशीर का अपनी पत्नी से मदरसा में पढ़ाने वाली एक शिक्षिका को लेकर अक्सर विवाद होता था। 11 जुलाई की रात भी इसी बात पर पति पत्नी के बीच झगड़ा हुआ। पड़ोसियों ने बताया कि उन्होंने देर रात महिला के चीखने की आवाजें सुनी थीं, लेकिन बशीर के परिवार के आए दिन के झगड़ों के कारण किसी ने मदद के लिए हाथ नहीं बढ़ाया।
12 जुलाई की सुबह, मौलाना ने एक ऑटो चालक को बुलाया और पत्नी को अस्पताल ले जाने की बात कही। वह एक निजी अस्पताल पहुंचा, जहां डॉक्टरों ने उसे सिम्स अस्पताल ले जाने की सलाह दी। चौंकाने वाली बात यह है कि सिम्स पहुंचने से पहले ही पत्नी की तबियत ज्यादा बिगड़ने के बावजूद, मौलाना उसे सिम्स नहीं ले गया। इसके बजाय, उसने एक टैक्सी ली और पत्नी को लेकर उत्तर प्रदेश रवाना हो गया। बताया जा रहा है कि रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। 13 जुलाई को मौलाना ने चुपचाप यूपी के कब्रिस्तान में शव को दफना दिया गया, जिसकी सूचना उसने पुलिस को भी नहीं दी।
मृतक के भाई ने मौलाना पर लगाए गंभीर आरोप..

मृतका के भाई रागीब, जो उत्तर प्रदेश के रामपुर के निवासी हैं, ने मौलाना पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि उनकी बहन के शरीर पर कई जगह गंभीर चोट के निशान थे और खून भी निकला था। जब उन्होंने शव का पोस्टमार्टम कराने की बात कही, तो बशीर ने उन्हें मना कर दिया और प्रलोभन देने लगा। साथ ही जान से मारने की धमकी भी दी। रागीब ने बताया कि घटना के दिन उनकी बहन ने फोन पर दर्द से चिल्लाते हुए मदद मांगी थी। मोहल्ले के लोगों ने भी इस मामले में पुलिस से शिकायत की है और जांच की मांग की है।
मौलाना की हरकतें संदेह के दायरे में हैं। अपनी घायल पत्नी को सिम्स में भर्ती करने के बजाय उसे उत्तर प्रदेश लेकर जाना और मौत के बाद पुलिस को सूचना न देना, कई सवाल खड़े करता है। पड़ोसियों ने भी मारपीट के दौरान महिला के चीखने चिल्लाने की आवाजें सुनी थीं। मौलाना ने खुद भी सिविल लाइन थाने में एक आवेदन दिया है, जिसमें उसने अपनी अच्छी छवि का हवाला देते हुए कुछ लोगों पर उसे परेशान करने का आरोप लगाया है और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
हालांकि, पुलिस इस मामले को संदिग्ध मानते हुए शव का पोस्टमार्टम करवा सकती है। इसके लिए पुलिस की एक टीम उत्तर प्रदेश रवाना हो सकती है। फिलहाल, सिविल लाइन पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में आगे का निर्णय लिया जाएगा।

