जांजगीर-चांपा जिले के शिवरीनारायण में खरौद रोड स्थित रियान होटल के पास, खसरा नंबर 629 की बेशकीमती सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे और निर्माण का मामला गरमा गया है। बताया जा रहा है कि भाजपा के एक रसूखदार नेता आनंद केडिया ने इस लगभग 4 डिसमिल जमीन पर कब्जा कर आलीशान भवन का निर्माण कार्य बेरोकटोक जारी रखा था। मुख्य सड़क मार्ग और व्यावसायिक क्षेत्र में स्थित होने के कारण इस जमीन की बाजार कीमत करोड़ों में आंकी जा रही है।

हैरानी की बात यह है कि सत्ताधारी नगर पंचायत अध्यक्ष राहुल थवाईत और अन्य जनप्रतिनिधि इस ओर से आंखें मूंदे हुए थे, क्योंकि आरोपी भाजपा नेता कथित तौर पर उन्हीं के खेमे से ताल्लुक रखता है।
नगर के युवा नेता गौरव केशरवानी ने इस मामले को गंभीरता से उठाते हुए तहसीलदार शिवरीनारायण, अनुविभागीय अधिकारी जांजगीर और कलेक्टर जांजगीर-चांपा से अवैध कब्जा हटाने की मांग की। जिस पर तहसीलदार अविनाश चौहान ने मामले की जांच के बाद 6 जून को भवन निर्माण पर स्थगन आदेश जारी किया। लेकिन इस भाजपा नेता ने आदेश की खुलेआम धज्जियां उड़ाते हुए निर्माण कार्य जारी रखा।
इसकी जानकारी मिलने पर तहसीलदार अविनाश चौहान ने रविवार को मौके पर जाकर निर्माण कार्य रुकवाया और समझाइश भी दी।इसके बावजूद, कथित भाजपा नेता अपनी हरकतों से बाज नहीं आया और सोमवार सुबह लगभग 4 बजे से ही भवन की ढलाई का काम शुरू कर दिया।
जानकारी मिलते ही तहसीलदार दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और निर्माण में इस्तेमाल की जा रही मिक्सचर मशीन को जब्त कर पुलिस को सौंप दिया।
नगर में चर्चा है कि अब यह कथित भाजपा नेता मामले को रफा-दफा करने के लिए अधिकारियों पर राजनीतिक दबाव बनाने में जुटा है।
एक ओर छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार ‘सुशासन तिहार’ का ढोल पीट रही है, वहीं दूसरी ओर भाजपा के ही कुछ तथाकथित नेता अपने निजी स्वार्थों के लिए अधिकारियों के आदेशों की सरेआम धज्जियां उड़ाकर कानून व्यवस्था को चुनौती दे रहे हैं।
ऐसे में अब देखना यह होगा कि सुशासन का दम भरने वाली सरकार इस भ्रष्टाचारी और अवैध कब्जा करने वाले नेता पर क्या कार्रवाई करती है। क्या प्रशासन इस बेशकीमती सरकारी जमीन पर बन रहे आलीशान भवन पर बुलडोजर चलाकर एक मिसाल पेश करेगा या फिर यह मामला भी राजनीतिक दबाव में दब जाएगा?
फिलहाल, नगर में इस मामले को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं व्याप्त हैं और नागरिक प्रशासन की अगली कार्रवाई का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

