NSUI state secretary Ranjesh Singh raised voice against corruption, arrested…

बिलासपुर, 29 नवंबर 2024:अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय में हो रहे भ्रष्टाचार और स्थाई कुलसचिव की नियुक्ति में हो रही देरी को लेकर एनएसयूआई प्रदेश सचिव रंजेश सिंह ने उच्च शिक्षा विभाग के सचिव से मुलाकात कर विरोध दर्ज कराने का निर्णय लिया था। लेकिन मुलाकात से पहले ही पुलिस ने उन्हें उनके घर से उठाकर हिरासत में ले लिया।
रंजेश सिंह ने बताया कि उन्होंने सचिव प्रसन्ना आर से मिलकर विश्वविद्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार और स्थाई कुलसचिव की नियुक्ति में हो रही अनियमितताओं को लेकर ज्ञापन सौंपने की योजना बनाई थी। उनका कहना था कि यदि मुलाकात संभव नहीं होती, तो वे शांतिपूर्ण तरीके से काले झंडे दिखाकर अपना विरोध दर्ज कराते।
पुलिस ने सुबह रंजेश सिंह को उनके घर से हिरासत में लिया और उन्हें मोपका चौकी ले जाया गया। वहां उन्हें करीब 6 घंटे तक बैठाए रखा गया। इसके बाद दोपहर 3:30 बजे उन्हें रिहा किया गया। इस घटना ने एनएसयूआई कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए
एसडीएम को सौंपा ज्ञापन:
रिहा होने के बाद, रंजेश सिंह ने अपने समर्थकों के साथ एसडीएम बिलासपुर, पीयूष तिवारी से मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उन्होंने विश्वविद्यालय में स्थाई कुलसचिव की नियुक्ति में हो रही देरी और भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि बस्तर विश्वविद्यालय में केवल दो दिनों में स्थाई कुलसचिव की नियुक्ति हो गई थी, लेकिन अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय में यह प्रक्रिया वर्षों से अटकी हुई है।
इस विरोध प्रदर्शन में एनएसयूआई के कई छात्र नेताओं ने हिस्सा लिया, जिनमें पुष्पराज साहू, प्रदीप सिंह, करन यादव, विन्नी विश्वकर्मा, यशोदा वारे और अन्य प्रमुख कार्यकर्ता शामिल थे।
एसडीएम पीयूष तिवारी ने ज्ञापन स्वीकार करते हुए उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि सचिव उच्च शिक्षा विभाग से रंजेश सिंह की मुलाकात सुनिश्चित की जाएगी और विश्वविद्यालय में चल रहे मुद्दों पर विचार किया जाएगा।

