Narayanpur: Police-Naxalite encounter in Abujhmad, DRG jawan Virendra Sori martyred..

नारायणपुर। अबूझमाड़ के घने जंगलों में बुधवार को पुलिस और नक्सलियों के बीच रुक-रुककर मुठभेड़ जारी रही। इस दौरान डीआरजी (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) के प्रधान आरक्षक वीरेंद्र कुमार सोरी शहीद हो गए। मुठभेड़ में कुछ अन्य जवानों के घायल होने की भी खबर है। अधिकारियों ने शहीद जवान की पुष्टि करते हुए बताया कि नक्सलियों के कोर इलाके टेकमेटा में यह घटना हुई।
घने जंगलों में फायरिंग जारी..
नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन के तहत नारायणपुर और कोंडागांव की डीआरजी टीमों और बीएसएफ की संयुक्त टीम अबूझमाड़ के जंगलों में गई थी। बुधवार दोपहर करीब एक बजे टेकमेटा के बांस के जंगल और पहाड़ियों में पुलिस और नक्सलियों के बीच गोलीबारी शुरू हुई। इस मुठभेड़ में वीरेंद्र कुमार सोरी ने नक्सलियों से लोहा लेते हुए प्राणों की आहुति दे दी।
2010 में हुए थे पुलिस में भर्ती..
36 वर्षीय वीरेंद्र कुमार सोरी का संबंध कांकेर जिले के नरहरपुर से था। उन्होंने 2010 में छत्तीसगढ़ पुलिस में भर्ती होकर सेवा शुरू की थी। 2018 में नक्सल ऑपरेशन के दौरान वीरता के लिए उन्हें प्रधान आरक्षक पद पर पदोन्नत किया गया था। जवान के शहीद होने की खबर से उनके गांव और पुलिस कैंप में शोक का माहौल है।
सर्च अभियान जारी..
सुरक्षा बलों की संयुक्त टीम इलाके में अभी भी सर्च अभियान चला रही है। मुठभेड़ के दौरान घायल जवानों को उपचार के लिए नजदीकी कैंप में लाया गया। अधिकारियों ने बताया कि यह इलाका नक्सलियों का कोर क्षेत्र है, जहां तक पहुंच पाना बेहद चुनौतीपूर्ण है।
शहीद जवान के पार्थिव शरीर को कैंप लाया गया..
मुठभेड़ में शहीद हुए जवान वीरेंद्र सोरी के शव को पुलिस दल द्वारा कैंप तक लाया गया। अंतिम संस्कार के लिए उनके पार्थिव शरीर को उनके गृहग्राम नरहरपुर भेजने की तैयारी की जा रही है।
गांव में शोक की लहर..
वीरेंद्र सोरी के परिवार को उनकी शहादत की सूचना दे दी गई है। पूरे इलाके में उनकी वीरता की चर्चा हो रही है। राज्य पुलिस और प्रशासन ने उनकी शहादत को नमन करते हुए परिजनों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।

