Murder of journalist Mukesh Chandrakar: Angry journalists blocked the road..

बीजापुर, छत्तीसगढ़ : युवा पत्रकार मुकेश चंद्राकर की निर्मम हत्या के विरोध में स्थानीय पत्रकारों ने सड़कों पर उतरकर नेशनल हाईवे पर चक्काजाम किया। मुकेश, जो 1 जनवरी से लापता थे, का शव 3 जनवरी की शाम एक ठेकेदार के बाड़े में स्थित सेप्टिक टैंक से बरामद हुआ।
मुकेश चंद्राकर, जो बीजापुर के निवासी थे, ने हाल ही में सड़क निर्माण में हो रहे भ्रष्टाचार को उजागर किया था। इस खुलासे के बाद से ही उन्हें धमकियां मिल रही थीं। पुलिस जांच में पता चला कि ठेकेदार सुरेश चंद्राकर, जो इस निर्माण कार्य से जुड़े थे, ने मुकेश की हत्या की साजिश रची। हत्या के बाद, सुरेश और उसका भाई रितेश फरार हो गए हैं।
मुकेश की हत्या से पत्रकार समुदाय में भारी आक्रोश व्याप्त है। उन्होंने बीजापुर बंद का आह्वान करते हुए नेशनल हाईवे 63 पर धरना दिया और बीजापुर के पुलिस अधीक्षक को निलंबित करने की मांग की।
पत्रकारों का कहना है कि मुकेश की हत्या प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला है और दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी एवं सख्त सजा की मांग की है। पुलिस ने मामले की जांच तेज कर दी है और आरोपियों की तलाश जारी है।
इस घटना ने छत्तीसगढ़ में पत्रकारों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पत्रकार संगठनों ने राज्य सरकार से मांग की है कि वे पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करें और ऐसे मामलों में त्वरित एवं निष्पक्ष जांच करें।

