Meeting held in Achanakmar Tiger Reserve regarding wildlife conservation and public cooperation..
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ सरकार के गठन के एक वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में विभिन्न गतिविधियों के आयोजन के तहत अचानकमार टाइगर रिजर्व, लोरमी, मुंगेली में वन्यजीव संरक्षण और जनसहयोग को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण बैठकें आयोजित की गईं। पीसीसीएफ एवं मुख्य वन्यप्राणी अभिरक्षक सुधीर कुमार अग्रवाल के निर्देशानुसार, फील्ड डायरेक्टर मनोज कुमार पाण्डेय और डिप्टी डायरेक्टर गणेश यूआर. के मार्गदर्शन में 7 रेंजों के 81 ईडीसी/जेएफएम समितियों के साथ 9 से 11 दिसंबर के दौरान ये बैठकें संपन्न हुईं।
बैठकों का मुख्य उद्देश्य मानव-वन्यप्राणी सह-अस्तित्व को बढ़ावा देना, मानव-वन्यप्राणी द्वंद्व के रोकथाम हेतु सार्थक प्रयासों पर चर्चा करना और वन्यजीव संरक्षण व संवर्धन के लिए जनसहयोग को मजबूत करना रहा। साथ ही, इको-टूरिज्म के माध्यम से स्थानीय लोगों की आजीविका में सुधार लाने के लिए आवश्यक प्रयासों और विकल्पों पर विचार-विमर्श किया गया।
बैठकों में वन्यजीवों के कारण होने वाली जनहानि, पशुहानि, फसलहानि, मकानहानि और अन्य संपत्ति हानि के मुआवजा प्रकरणों की समीक्षा कर उनके त्वरित निराकरण की आवश्यकता पर बल दिया गया। इसके अलावा, वनों और वन्यप्राणियों की सुरक्षा, अवैध शिकार, अवैध कटाई, अवैध उत्खनन, और वनों में आगजनी जैसी समस्याओं पर विशेष परिचर्चा आयोजित की गई।
बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि वन विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों, समितियों और ग्रामीणों के सामूहिक प्रयासों से इन समस्याओं का समाधान संभव है। इस पहल से वन्यजीव संरक्षण और स्थानीय समुदायों के सशक्तिकरण की दिशा में सकारात्मक परिणाम मिलने की उम्मीद है।

