Manendragarh’s Babu is facing corruption charges of Rs 1.76 billion, EOW takes major action..
मनेन्द्रगढ़ / छत्तीसगढ़ राज्य में भ्रष्टाचार के मामलों में मनेन्द्रगढ़ जनपद पंचायत के बाबू सत्येन्द्र सिन्हा का नाम सबसे आगे आ गया है। छत्तीसगढ़ की सबसे बड़ी भ्रष्टाचार निरोधक एजेंसी, आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने सत्येन्द्र सिन्हा के खिलाफ 1 अरब 76 करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति का खुलासा करते हुए एफआईआर दर्ज की है।
ईओडब्लू ने रायपुर में दर्ज इस मामले के तहत सिन्हा की करोड़ों की संपत्तियों पर शिकंजा कसा है। जांच के दौरान 1 अरब रुपये की जमीनें, 25 लाख रुपये के आभूषण और 30 लाख रुपये की नगदी बरामद की गई हैं। अधिकारियों ने बताया कि सिन्हा के पास इतनी अधिक संपत्ति होने की उन्हें उम्मीद नहीं थी। यह मामला राज्य के अब तक के सबसे बड़े भ्रष्टाचार के मामलों में से एक है।
सत्येन्द्र सिन्हा को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है और वर्तमान में वह जेल की स्पेशल बैरक में बंद है। अधिकारियों के अनुसार, सत्येन्द्र सिन्हा ने अपने पूरे करियर में भ्रष्टाचार कर भारी संपत्ति इकट्ठा की थी, जिसे अब राज्य सरकार द्वारा जप्त किया जा रहा है।
मनेन्द्रगढ़ जिले में यह मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। स्थानीय लोगों के अनुसार, सत्येन्द्र सिन्हा ने वर्षों से भ्रष्टाचार कर अपनी संपत्ति को बढ़ाया, लेकिन अब कानून ने उन्हें जकड़ लिया है। ईओडब्लू की टीम ने अपनी इस कार्रवाई में जुटे रहकर सिन्हा की अवैध संपत्तियों की गहन जांच शुरू कर दी है।
छत्तीसगढ़ में इस बड़े खुलासे के बाद राज्य सरकार और प्रशासन भी सतर्क हो गया है। भ्रष्टाचार के खिलाफ इस कार्रवाई को राज्य की सबसे बड़ी कार्रवाई माना जा रहा है, जिससे मनेन्द्रगढ़ के साथ-साथ पूरे छत्तीसगढ़ में हलचल मच गई है।

