कोरबा। कोरबा में वन विभाग की टीम ने लकड़ी तस्करों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए छत्तीसगढ़ के कोरबा वन 6 तस्करों के घर से लाखों का माल बरामद किया है।


वन विभाग ने वनों की सुरक्षा को लेकर अवैध कटाई और वन्यजीव अपराधों पर कड़ी कार्यवाही कर रहा है इसी कड़ी में आज करतला परिक्षेत्र के जोगीपाली नवाडीह गांव में छह अपराधी प्रवृत्ति के लोगों ठिकानों पर सर्च वारंट के आधार पर एक बड़ा सर्च ऑपरेशन चलाया। इस कार्रवाई में मुख्य वन संरक्षक (बिलासपुर वृत्त) और वनमण्डलाधिकारी (कोरबा) के निर्देश पर 70 वन अधिकारी की छह अलग-अलग टीमें बनाई जिसने छह घरों और उनकी बाड़ी से ₹1,60,000 मूल्य की भारी मात्रा में अवैध इमारती लकड़ी जब्त की। इस दौरान करतला थाना प्रभारी और उनके स्टाफ ने भी मदद ली गई।तस्करों के घरों से खम्हार, साल की लकड़ी जब्त की गई है।
मारपीट का भी है पुराना मामला..

वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि उप वनमण्डलाधिकारी दक्षिण कोरबा और सात परिक्षेत्रों के अधिकारियों समेत 70 से अधिक स्टाफ की संयुक्त टीम ने यह कार्रवाई की। तलाशी के दौरान मनाराम पटेल, गनपत पटेल, पण्डेवालाल पटेल, भोला पटेल, अंकुश पटेल और गनेश्वर राठिया के घरों और बाड़ियों से खम्हार और साल जैसी प्रजातियों के 173 नग अवैध लट्ठे और वनोपज जब्त किए गए, जिनकी कुल मात्रा 4.462 घन मीटर है।
यह कार्रवाई दिखाती है कि वन विभाग अब सिर्फ जंगल में गश्त तक सीमित नहीं है, बल्कि मुखबिरों की सूचना पर संगठित तरीके से गांव में घुसकर तस्करों के नेटवर्क पर चोट कर रहा है। एक ही गांव के छह लोगों के यहां से इतनी बड़ी मात्रा में लकड़ी मिलना यह दर्शाता है कि यह एक स्थानीय तस्कर समूह है जो लंबे समय से इस अवैध कारोबार में सक्रिय था।
मारपीट और ट्रैक्टर भी जब्त..
वन विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इन्हीं अपराधी प्रवृत्ति के ग्रामीणों ने 14 नवंबर 2025 को करतला परिक्षेत्र में अवैध रूप से तीन नग साल लट्ठा ले जा रहे थे। जब वन कर्मचारियों ने उन्हें रोका तो आरोपियों ने उनके साथ मारपीट की थी। आज की तलाशी के दौरान, ये तीनों लट्ठे भी आरोपियों के यहां पैरा (पुआल) में छिपाए हुए मिले, जिन्हें नियमानुसार जब्त कर लिया गया।
खोजी पहलू : अक्सर अवैध लकड़ी की तस्करी में ट्रैक्टर और स्थानीय वाहनों का उपयोग किया जाता है। टीम ने मुखबिरों की पहचान के आधार पर उस ट्रैक्टर को भी जब्त कर लिया जिसका उपयोग तीनों साल लट्ठों के अवैध परिवहन में किया गया था। अधिकारियों ने बताया कि जब्त की गई सभी वनोपज का वाणिज्यिक दर लगभग ₹1,60,000 है। वरिष्ठ कार्यालय के निर्देश पर इन सभी आरोपियों के खिलाफ वन अपराध दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
पहले भी हो चुकी कार्यवाही..
वनमण्डलाधिकारी कोरबा के निर्देशों पर इससे पहले भी बालको परिक्षेत्र के माखुरपानी गांव में तीजराम मंझवार के यहां सर्च वारंट जारी कर बीजा और साल प्रजाति के पल्ले और चौखट जब्त किए गए थे, जिसमें वन अपराध प्रकरण 11995/03 दर्ज किया गया था।

