जिला पंचायत का अध्यक्ष कही महिला के हाथों में तो नहीं..मस्तूरी क्षेत्र के दिग्गजों को परास्त करके पहुंची है अरुणा..

Is the position of Zila Panchayat president in the hands of a woman? Aruna has reached there after defeating the stalwarts of Masturi area..

अध्यक्ष की कुर्सी में कई नाम, लेकिन दौड़ में आगे अरुणा और राजेश..

बिलासपुर। प्रशासन ने 8 मार्च को जिला पंचायत अध्यक्ष,उपाध्यक्ष का चुनाव कराने का ऐलान किया है। आदेश जारी होने के बाद प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां शुरू हो चुकी है। इसके साथ ही भाजपा और कांग्रेस में भी अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद को लेकर जोड़तोड़ का खेल शुरू हो गया है। जिला पंचायत में भाजपा के ज्यादा सदस्य जीतकर आए हैं। जबकि भाजपा से अभी तक नामो की घोषणा नहीं की है इसके बाद भी अंदाजा लगाया जा रहा है कि अगर पुरुष हुआ तो राजेश सूर्यवंशी और महिला हुई तो अरुणा सूर्या का नाम आयेगा।
इसमें अगर देखा जाए तो अपर्णा और उसके पति की सक्रियता का लाभ भाजपा को मिल सकता है।जो हमेशा क्षेत्र में सक्रिय रहकर भाजपा के लिए काम किए है।इसलिए भाजपा के दिग्गज नेताओं के बीच अरुणा सूर्या का नाम जोरो से चल रहा है।भाजपा नेताओं का कहना है कि अनुभव के नाम से राजेश को भी बनाया जा सकता है।लेकिन जिस तरह से भाजपा ने महिलाओं को आगे लाने की पूरी तरह से तैयारिया की है उससे ऐसा लगता है कि भाजपा के दिग्गज नेता महिला पर दांव खेल सकते है।और एक बार फिर से नगर निगम की तरह जिला पंचायत के अध्यक्ष की कमान भी महिला को सौंपा जा सकता है।

बता दे कि जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए भाजपा से अरुणा सूर्या और राजेश सूर्यवंशी का नाम चल रहा है। मस्तूरी क्षेत्र से जिला पंचायत का चुनाव जीतकर पहली बार जिला पंचायत पहुंची अरुणा सूर्या भी सक्रियता के मामले में कम नहीं है। उनको अपने पति चंद्र प्रकाश सूर्या के नाम का लाभ मिल रहा है।जो भाजपा के सक्रिय और जुझारू कार्यकर्ता है जिनकी वजह से जीत हासिल हुई है।और वे प्रदेश के कद्दावर और पूर्व मंत्री के करीबी में भी गिनती आते है। यही कारण है कि उनकी पत्नी को एक बार भाग्य आजमाने का मौका दिया जा सकता है।

जिला पंचायत अध्यक्ष पद होता है अपने आप में बहुत महत्वपूर्ण..

बता दे कि जिला पंचायत अध्यक्ष का पद महत्वपूर्ण होता है।ऐसे में जाहिर है कि इसके लिए अच्छे व्यक्ति को अध्यक्ष की कमान दी जाएगी।चूंकि उपाध्यक्ष में भी महिला को बनाने की चर्चा है इसलिए दावा किया जा रहा है कि अरुणा को एक बार अध्यक्ष की कुर्सी देकर भाग्य आजमाया जा सकता है।

मस्तूरी क्षेत्र से सिर्फ सदस्य बने है,इसलिए इस बार अध्यक्ष के उम्मीद की किरण जागी..

मस्तूरी और आसपास के लोगो समेत भाजपा के कुछ लोगों का कहना है कि मस्तूरी क्षेत्र से सिर्फ सदस्य रहे है। इस बार पहली बार ऐसा होगा कि महिला भी दिग्गजों को हराकर पहुंची है।और इसका इनाम मिल सकता है।इससे मस्तूरी क्षेत्र के अलावा सभी का लाभ मिलेगा।हालाकि कयास लगाए जा रहे है ताकि महिला को बागडोर सौंप कर अध्यक्ष की कमान दी जाए।लेकिन अंतिम फैसला तो दिग्गज नेताओं का होगा ।

भाजपा के दिग्गज नेताओं के बीच चर्चा का बाजार रहा गर्म..

जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए लोगों के बीच में चर्चाएं दिन पर दिन तेज होते जा रही है कई भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं का कहना है मस्तूरी विधानसभा में नेतृत्व की कमी है अगर अरुणा सूर्या को अध्यक्ष बनाया जाता है तो भाजपा को नेतृत्व करने वाला एक लीडर के रूप में साबित हो सकता है साथ ही जिस क्षेत्र क्रमांक से अरुण जीती है उसे क्षेत्र क्रमांक में भाजपा को हमेशा 30 से 40% वोट पड़े हैं और कांग्रेस को हमेशा 60 से 70% इसे यह साबित होता है अरुणा चंद्र प्रकाश सूर्या के मैदान में आने से भाजपा का वोट बैंक बढ़ा है।

अरुणा बोली,जो पार्टी तय करेगी वो मुझे मंजूर होगा..

जिला पंचायत अध्यक्ष और पार्टी के निर्देशों का पालन करने की चर्चा जब अरूणा चंद्र प्रकाश सूर्या से बात की गई तो उन्होंने यह कहा कि जो भारतीय जनता पार्टी संगठन जो भी तय करेगा वह मुझे मंजूर होगा। मैं हमेशा पार्टी के दिशा निर्देश पर काम करती हूं और आगे भी करूंगी। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेताओं ने भरोसा करके मुझे जिला पंचायत के सदस्य का चुनाव जिताया है और इस काबिल बनाया है ।हर काम को ईमानदारी से किया जायेगा।