Husband removed idols from home, put up photo of Lord Jesus; Wife accused him of religious conversion..
बिलासपुर। शहर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में धर्मांतरण को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। एक महिला ने अपने पति पर धर्मांतरण कराने का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। महिला का कहना है कि उसके पति ने घर से हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां और तस्वीरें हटाकर प्रभु यीशु की तस्वीर लगा दी। साथ ही, पति उसे ईसाई धर्म अपनाने के लिए दबाव डाल रहा है और मना करने पर मारपीट करता है।
मामला तब सामने आया जब महिला हिंदू संगठनों के साथ थाना पहुंची। महिला ने बताया कि उसकी शादी हिंदू रीति-रिवाज से हुई थी, लेकिन शादी के कुछ समय बाद ही पति ने ईसाई धर्म अपना लिया। इसके बाद से वह उसे भी ईसाई बनने के लिए मजबूर कर रहा है। पत्नी के इनकार करने पर पति उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करता है। महिला ने कहा कि वह अपने धर्म को नहीं छोड़ सकती और पति के व्यवहार से तंग आकर उसने पुलिस से मदद मांगी है।
सर्व हिंदू समाज ने उठाई आवाज..
इस बीच, जिले में धर्मांतरण के बढ़ते मामलों को लेकर सर्व हिंदू समाज ने भी आवाज उठाई है। 24 फरवरी को मोहला, मानपुर-अंबागढ़ चौकी क्षेत्र में ईसाई समुदाय द्वारा आयोजित होने वाली तीन दिवसीय प्रार्थना सभा के खिलाफ जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा गया। हिंदू संगठनों का आरोप है कि ईसाई मिशनरी आदिवासी और ग्रामीणों को प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन करा रही हैं। यह प्रार्थना सभा भी धर्मांतरण का एक माध्यम है।
जिले में बढ़ रहे धर्मांतरण के मामले..
बिलासपुर जिले के आदिवासी बहुल इलाकों में धर्मांतरण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। अंबागढ़ चौकी से लेकर मानपुर विकासखंड तक के गांवों में बड़ी संख्या में लोग ईसाई धर्म अपना रहे हैं। साथ ही, इन इलाकों में चर्चों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। हिंदू संगठनों का कहना है कि धर्मांतरण के पीछे मिशनरियों की साजिश है, जो गरीब और अनपढ़ लोगों को लालच देकर उनका धर्म बदलवा रही हैं।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और दोनों पक्षों से बयान लिए जा रहे हैं। हालांकि, धर्मांतरण के इस मामले ने जिले में सामाजिक तनाव पैदा कर दिया है।

