Historical event of National Lok Adalat in Chhattisgarh, more than 34 lakh cases settled..
रायपुर | छत्तीसगढ़ में वर्ष 2025 की पहली नेशनल लोक अदालत का आयोजन 8 मार्च को हुआ, जिसे माननीय मुख्य न्यायाधिपति श्री न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा ने दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने महिला दिवस की शुभकामनाएं दीं और महिलाओं के योगदान को सराहा। राज्य में लोक अदालत को अभूतपूर्व सफलता मिली, जिसमें 34 लाख से अधिक प्रकरणों का निराकरण कर 1300 करोड़ रुपये से अधिक के अवार्ड पारित किए गए।
वर्चुअल मोड से निरीक्षण और मार्गदर्शन..

मुख्य न्यायाधिपति श्री सिन्हा ने लोक अदालत की कार्यवाही का वर्चुअल निरीक्षण किया और अंबिकापुर, धमतरी, बिलासपुर, कांकेर, बलौदाबाजार, दुर्ग, दंतेवाड़ा, जांजगीर-चांपा सहित कई जिलों के न्यायाधीशों से संवाद कर अधिकतम मामलों के निपटारे के निर्देश दिए। उन्होंने छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय में गठित खंडपीठों का भी जायजा लिया और लोक अदालतों की कार्यवाही की समीक्षा की।
रायपुर से ‘मोहल्ला लोक अदालत’ की शुरुआत..
मुख्य न्यायाधिपति ने रायपुर में मोहल्ला लोक अदालत के लिए मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस पहल से आम लोगों को न्याय दिलाने में सहायता मिलेगी। उन्होंने जिला न्यायालय रायपुर में विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का निरीक्षण किया और जरूरतमंदों को व्हीलचेयर, ट्राइसाइकिल और श्रम कार्ड वितरित किए।
नेशनल लोक अदालत से पक्षकारों को बड़ी राहत..
लोक अदालत में बैंक रिकवरी, बिजली व पानी बिल विवाद, श्रम विवाद, भूमि अधिग्रहण, मोटर दुर्घटना दावों, वैवाहिक विवाद, चेक बाउंस मामलों समेत विभिन्न प्रकार के प्रकरणों का त्वरित निपटारा हुआ। इससे लोगों को न्याय पाने में तेजी और आर्थिक राहत मिली।
लोक अदालत की ऐतिहासिक सफलता पर बधाई..
मुख्य न्यायाधिपति ने न्यायिक अधिकारियों, अधिवक्ताओं, बैंक व बीमा कंपनियों के प्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों, पैरालीगल वालंटियर्स और मीडिया को इस ऐतिहासिक आयोजन की सफलता के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि लोक अदालत आम जनता के लिए सुलभ, त्वरित और कम खर्चीला न्याय दिलाने का प्रभावी माध्यम है।

