डीएफओ मनीष कश्यप की पहल से मनेंद्रगढ़ बना नया पर्यटन हॉटस्पॉट, देश का पहला मरीन फॉसिल आधारित रॉक गार्डन और इंटरप्रिटेशन सेंटर बना आकर्षण का केंद्र..

छत्तीसगढ़ के कोरिया ज़िले के मनेंद्रगढ़ क्षेत्र में स्थित “गोंडवाना मरीन फॉसिल पार्क” अब एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में तेजी से पहचान बना रहा है। कभी गुमनाम पड़ा यह क्षेत्र अब पर्यटकों की पसंद बनता जा रहा है। पिछले 4 महीनों में ही यहाँ 8,000 से अधिक पर्यटक पहुँच चुके हैं, जिनमें मध्यप्रदेश के रीवा, अनूपपुर, शहडोल और कटनी जैसे ज़िलों से भी सैलानी शामिल हैं।

यह पार्क 29 करोड़ वर्ष पुराने समुद्री जीवाश्मों के लिए जाना जा रहा है, जो यहाँ प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। मनेंद्रगढ़ के डीएफओ मनीष कश्यप (आईएफएस 2015 बैच) की नेतृत्व में वन विभाग द्वारा की गई पहल से यह क्षेत्र एक अनोखे और आधुनिक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित हो रहा है।
देश का पहला मरीन फॉसिल आधारित रॉक गार्डन..

हसदेव नदी के किनारे हार्ड ग्रेनाइट चट्टानों को तराश कर ज़मीन, पानी और एम्फीबियन के 35 प्राचीन जीवों की कलाकृतियाँ बनाई गई हैं, जो दर्शकों को धरती के प्रारंभिक युग की झलक देती हैं। यह छत्तीसगढ़ का पहला ऐसा रॉक गार्डन है जो जीवाश्म विषय पर आधारित है।
इंटरप्रिटेशन सेंटर बना शैक्षणिक आकर्षण..

पर्यटकों को जीवाश्म बनने की प्रक्रिया समझाने के लिए एक इंटरप्रिटेशन सेंटर भी बनाया गया है, जहाँ पेंटिंग्स, वीडियो डिस्प्ले और रीयल फॉसिल्स के माध्यम से लाखों वर्ष पुराने इतिहास को जीवंत किया गया है। यहाँ स्कूली और कॉलेज के विद्यार्थी शैक्षणिक ट्रिप पर भी पहुँच रहे हैं।
प्राकृतिक सौंदर्य और साहसिक पर्यटन का संगम..

फॉसिल पार्क में बांस से बना बम्बू सेटम, कैक्टस गार्डन, प्राचीन पौधों का संग्रह और नेचर ट्रेल भी विकसित किया गया है। हसदेव नदी में बोटिंग और बम्बू राफ्टिंग की सुविधा भी दी जा रही है (हालाँकि वर्तमान में बरसात के कारण अस्थायी रूप से बंद है)।
प्रचार-प्रसार की आधुनिक रणनीति..

डीएफओ मनीष कश्यप ने डिजिटल प्रचार-प्रसार पर भी विशेष ध्यान दिया। यूट्यूबर्स, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स और न्यूज़ पोर्टल्स की मदद से लाखों लोगों तक फॉसिल पार्क की जानकारी पहुँचाई गई। साथ ही मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के प्रमुख पर्यटन स्थलों में साइनबोर्ड लगाकर जागरूकता बढ़ाई गई।
स्थानीय विकास को मिलेगा बढ़ावा..

स्थानीय विधायक एवं स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के सहयोग से बजट की अड़चनें दूर हुईं और अब यह क्षेत्र रोजगार और स्थानीय विकास का केंद्र बन रहा है। सर्दियों के दौरान पर्यटकों की संख्या में और वृद्धि की उम्मीद है।

गोंडवाना मरीन फॉसिल पार्क न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे भारत के लिए एक अनूठा उदाहरण बन रहा है कि किस तरह प्राकृतिक विरासत को संरक्षित कर पर्यटन और शिक्षा दोनों को बढ़ावा दिया जा सकता है। यह पहल भविष्य में अन्य राज्यों के लिए भी प्रेरणा बन सकती है।



