गिरौदपुरी धाम व छाता पहाड़ बनेंगे तीर्थस्थल..

Girodpuri Dham and Chhata Mountain will become pilgrimage sites..

  • पर्यटन विभाग की अंतर्विभागीय समिति की हुई बैठक

रायपुर । गिरौदपुरी धाम व छाता पहाड़ को तीर्थस्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए 128.20 लाख का प्रस्ताव पारित हुआ। मुख्य सचिव अमिताभ जैन की अध्यक्षता में सोमवार को मंत्रालय महानदी भवन में राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने और पर्यटन क्षमता में वृद्धि करने हेतु गठित अंतर्विभागीय समिति की बैठक हुई। बैठक में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न विभागों की भूमिका पर चर्चा हुई।


बैठक में मुख्य सचिव जैन ने पर्यटन विकास हेतु विभिन्न सहयोगी विभागों के मध्य समन्वय से कार्य करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने पर्यटन स्थलों को पर्यटकों के लिए सुविधाजनक बनाने की बात भी कही। बैठक में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भूमि, विद्युत व्यवस्था, पेयजल, परिवहन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कार्य करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए। बैठक में छत्तीसगढ़ राज्य के विभिन्न जिलों में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा नवनिर्मित राष्ट्रीय राजमार्ग तथा जिलों के नगरों तथा शहरों के समीप नवनिर्मित बायपास मार्गों के प्रमुख स्थानों पर छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड द्वारा सुविधा केन्द्र बनाने के संबंध में व्यापक चर्चा की गई। इसी तरह से टूरिज्म बोर्ड द्वारा निर्मित विभिन्न रिसॉटस में पर्याप्त जल आपूर्ति हो इसके लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही करने कहा गया। इसी तरह से मंदिरों, तालाबों, झीलों सहित अन्य पर्यटन स्थलों की सौंदर्यीकरण करने पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग तथा पुरातत्व विभाग को समन्वय से कार्य करने कहा गया।

भोरमदेव वाइल्ड लाइफ सफारी शुरू होगा।


वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि भोरमदेव वाइल्ड लाइफ सफारी प्रारंभ करने से पर्यटकों को सुविधा होगी। अधिकारियों ने बताया कि कुरदूर रिसॉर्ट के पास स्थित बंद गेट को अचानकमार जंगल सफारी के लिए खोलने की कार्यवाही प्रस्तावित है। अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के कुरदूर रिसॉर्ट तथा आमाडोब रिसॉट में पर्यटकों के लिए जंगल सफारी में जिप्सी की सुविधा प्रस्तावित है।

नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारियों को कहा गया है कि छत्तीसगढ़ के प्रमुख पर्यटन स्थलों में स्थित होटल, मोटल एवं रिसॉर्ट आदि से वेस्ट कलेक्शन नियमित रूप से किया जाए और पर्यटन स्थलों में स्वच्छता एवं प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित किया जाए। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा आयोजित इस बैठक में संस्कृति एवं पर्यटन विभाग के सचिव अन्बलगन पी., मुख्यमंत्री एवं जनसम्पर्क विभाग के सचिव पी. दयानंद, मुख्यमंत्री एवं वित्त विभाग के सचिव मुकेश कुमार बंसल, मुख्यमंत्री एवं नगरीय प्रशासन विभाग के सचिव बसवराजु एस., परिवहन विभाग के सचिव एस. प्रकाश सहित पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग, राजस्व, वित्त, वाणिज्य एवं उद्योग, जल संसाधन, कौशल विकास, संस्कृति एवं राजभाषा, पुरातत्व एवं सीएसआईडीसी के अधिकारी शामिल हुए।