GGU, students create ruckus over professor’s arrest, gherao university; ABVP accuses management..
बिलासपुर। गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी में एनएसएस कैंप के दौरान नमाज पढ़ाने को लेकर छिड़ा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस मामले में एनएसएस के पूर्व कोऑर्डिनेटर प्रोफेसर दिलीप झा की गिरफ्तारी के बाद से माहौल गरमाया हुआ है। अब इस प्रकरण में अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की तैयारी के बीच शुक्रवार को एनएसएस के छात्र प्रोफेसर के समर्थन में उतर आए।

छात्रों ने यूनिवर्सिटी परिसर में जमकर हंगामा मचाया और प्रशासनिक भवन का घेराव करते हुए नारेबाजी की। छात्रों का कहना था कि एनएसएस कैंप में ‘सर्वधर्म समभाव’ की भावना के तहत गतिविधियां आयोजित की गई थीं और प्रोफेसर झा की गिरफ्तारी गलत है। उन्होंने इसे विश्वविद्यालय और एनएसएस की छवि धूमिल करने की साजिश बताया और कुलपति के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में 26 मार्च से 1 अप्रैल 2025 तक (संशोधन: मूल पाठ में 2025 है, जो संभवतः त्रुटि है, वास्तविक घटना हालिया कैंप से संबंधित है) शिवतराई, कोटा में आयोजित कैंप का जिक्र करते हुए कहा गया कि इसे सफलतापूर्वक संपन्न किया गया था और कुछ लोग जानबूझकर विवाद पैदा कर रहे हैं।
दूसरी ओर, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग दोहराई है। ABVP के यूनिवर्सिटी इकाई अध्यक्ष आराध्य तिवारी ने विश्वविद्यालय प्रशासन और कुलपति पर ABVP विरोधी होने और नमाज प्रकरण में जानबूझकर छात्रों को भड़काने तथा आंदोलन को समर्थन देने का गंभीर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि प्रशासन का यह रवैया निष्पक्षता पर सवाल खड़े करता है।
इस बीच, पुलिस ने इस मामले में प्रोफेसर दिलीप झा सहित कुल 8 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। कोटा थाना प्रभारी सुमित कुमार ने बताया कि इन सभी को बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस जारी किया गया था। कुछ लोगों ने परीक्षा का हवाला देकर समय मांगा था। अब इस मामले में प्रोफेसरों और छात्रों के बयान शनिवार को दर्ज किए जाएंगे। पुलिस का कहना है कि बयान के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस घटनाक्रम से विश्वविद्यालय परिसर में तनाव का माहौल बना हुआ है।

