Forests protected by technology: GIS control room launched in Achanakmar Tiger Reserve..
बिलासपुर। वन्यजीव संरक्षण और वन प्रबंधन को और अधिक सशक्त बनाने के लिए अचानकमार टाईगर रिजर्व में अत्याधुनिक जीआईएस (जियोग्राफिक इंफॉर्मेशन सिस्टम) कंट्रोल रूम का उद्घाटन किया गया। क्षेत्र संचालक मनोज पांडेय ने डीडी, एसडीओ, आरओ और जीआईएस सेल तकनीशियनों की उपस्थिति में इसका शुभारंभ किया। उन्होंने बताया कि यह नया कंट्रोल रूम रिजर्व में वन्यजीव सुरक्षा, मानव-वन्यजीव संघर्ष प्रबंधन और वन अपराधों की रोकथाम में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
जंगल की हर हलचल पर रहेगी पैनी नजर..
इस तकनीकी पहल के तहत, टाईगर रिजर्व में वन्यजीवों की गतिविधियों की सीधी निगरानी की जा सकेगी। कंट्रोल रूम वन्यजीवों के प्रवास मार्ग (माइग्रेशन रूट), जल स्रोतों, घासभूमि, और जंगलों के स्वास्थ्य पर नजर रखेगा। इसके अलावा, यह फील्ड स्टाफ की लोकेशन ट्रैकिंग और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद करेगा।
फायर सीजन में बड़ा हथियार साबित होगा जीआईएस..
वन विभाग ने बताया कि 2025 के फायर सीजन में यह कंट्रोल रूम जियोस्पेशियल डेटा का उपयोग कर आग लगने की घटनाओं की पूर्व चेतावनी देगा। इससे फील्ड स्टाफ को आग बुझाने में तेजी लाने और वन हानि को कम करने में सहायता मिलेगी।
टाईगर काउंटिंग और संरक्षण में नई क्रांति..
अचानकमार टाईगर रिजर्व में यह कंट्रोल रूम ऑल इंडिया टाइगर एस्टिमेशन 2026 और फेज-4 मॉनिटरिंग में भी सहायक होगा। इससे जंगल में बाघों की सटीक गिनती और उनके रहवास क्षेत्र की स्थिति का मूल्यांकन करना आसान होगा।
“प्रौद्योगिकी: हर कर्मी तक शक्ति” – नया विजन..
वन विभाग ने इस पहल को “प्रौद्योगिकी: हर कर्मी तक शक्ति” का नाम दिया है, जिससे टाईगर रिजर्व का प्रत्येक कर्मचारी डिजिटल उपकरणों से लैस होगा। इस हाई-टेक सिस्टम के जरिए जंगलों की सुरक्षा और वन्यजीवों के संरक्षण को नई दिशा मिलेगी।

