रायपुर छत्तीसगढ़। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र में मंगलवार को कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी यानी सीएसआर फंड के खर्च पर जमकर हंगामा हुआ। भाजपा विधायक और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष किरण देव सिंह ने बस्तर संभाग में औद्योगिक संस्थानों द्वारा सीएसआर मद में खर्च की गई राशि का ब्योरा उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन से मांगा। उन्होंने जगदलपुर में सीएसआर मद के तहत स्वीकृत कार्यों की जानकारी भी मांगी।

सवाल के जवाब में मंत्री देवांगन ने हैरान करने वाला खुलासा किया। उन्होंने कहा कि उनके अपने क्षेत्र जगदलपुर में अब तक इस फंड से कोई भी काम स्वीकृत नहीं हुआ है जबकि वहां कई बड़े उद्योग काम कर रहे हैं। किरण देव सिंह ने सरकार से जगदलपुर और पूरे बस्तर संभाग में सीएसआर मद से अब तक किए गए कार्यों और खर्च की गई राशि का पूरा विवरण मांगा था।
इसके बाद नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत ने भी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने पूछा कि उद्योग आखिर सीएसआर फंड का कितना हिस्सा खर्च कर रहे हैं। जवाब में मंत्री देवांगन ने बताया कि कंपनियां अपनी कमाई का 2 प्रतिशत तक राशि खर्च करने के लिए बाध्य हैं। इस पर महंत ने सवाल उठाया कि अगर सीएसआर फंड का उपयोग हो रहा है तो उसका पारदर्शी लेखा जोखा कहां है।
उन्होंने तर्क दिया कि पिछली सरकार और वर्तमान सरकार के खर्च में बड़ा अंतर है जिसे सामने लाना जरूरी है। डॉ महंत ने जोर देकर कहा कि “अगर राशि सही जगह खर्च हो रही है तो सरकार को उच्च स्तरीय जांच से डर क्यों है।” उन्होंने सीएसआर मद में खर्च की जा रही पूरी राशि की किसी स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराने की मांग की।

