रायपुर। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित आबकारी घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। ईडी ने इस घोटाले में जेल में बंद पूर्व मंत्री कवासी लखमा के बेटे हरीश लखमा की 6 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति अटैच कर दी है। इस कार्रवाई में चौंकाने वाली बात यह है कि सुकमा स्थित कांग्रेस कार्यालय भवन को भी अटैच किया गया है। यह देश में ऐसा पहली बार हुआ है, जब किसी राजनीतिक पार्टी के कार्यालय को ईडी ने कुर्क किया है, जिसने राजनीतिक गलियारों में खलबली मचा दी है।
आपको बता दें कि ईडी की जांच में यह तथ्य आया है कि हरीश लखमा ने आबकारी घोटाले से प्राप्त काले धन का निवेश अचल संपत्तियों में किया था। अटैच की गई संपत्तियों में सुकमा स्थित बहुमूल्य भूमि, भवन, और बैंक खातों में जमा राशि भी शामिल है। जिसे ईडी ने जब्त किया है।
हरीश लखमा पर पिता के प्रभाव से घोटाले का आरोप, कांग्रेस की बढ़ी मुश्किलें..
गौरतलब है कि पूर्व मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज आदिवासी नेता कवासी लखमा आबकारी घोटाले में पहले से ही गिरफ्तार होकर न्यायिक हिरासत में जेल में बंद हैं। अब उनके बेटे हरीश लखमा की संपत्तियों पर की गई इस कार्रवाई से पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया है।
ईडी के दस्तावेजों के अनुसार, हरीश लखमा पर अपने पिता के प्रभाव का सीधे तौर पर इस्तेमाल करते हुए सरकारी शराब ठेकों और टेंडर प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर घोटाला करने के आरोप लगे हैं। कांग्रेस कार्यालय का अटैच होना पार्टी के लिए बड़ी मुसीबत बन गया है और इससे प्रदेश की सियासत में भूचाल आना तय है। भाजपा इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस पर हमलावर हो गई है।

