तेंदूपत्ता मजदूरी दीपावली से पहले होगी भुगतान..अचानकमार बनेगा सेंट्रल इंडिया का प्रमुख टाइगर टूरिज्म हब..चरण पादुका योजना फिर शुरू..

बिलासपुर । वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री केदार कश्यप ने आज बिलासपुर जिला कार्यालय के मंथन सभागार में वन विभाग के काम-काज की विस्तृत समीक्षा की। इस अवसर पर उन्होंने इको-पर्यटन को प्रोत्साहित करने, तेंदूपत्ता संग्राहकों की मजदूरी का समय पर भुगतान सुनिश्चित करने और चरण पादुका योजना के विस्तार सहित कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए।
इको-पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा, विस्तृत कार्ययोजना के निर्देश..
वन मंत्री केदार कश्यप ने बिलासपुर संभाग में पर्यटन की व्यापक संभावनाओं को रेखांकित करते हुए कहा कि क्षेत्र में कई दर्शनीय स्थल हैं, जिन्हें विकसित कर राज्य की पहचान को राष्ट्रीय स्तर पर मजबूती दी जा सकती है। उन्होंने पर्यटन स्थलों तक बेहतर पहुंच और बुनियादी सुविधाओं के विकास की आवश्यकता जताई।
तेंदूपत्ता संग्राहकों को दीपावली से पहले मिलेगा बकाया भुगतान..
बैठक में वन मंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि तेंदूपत्ता पारिश्रमिक के शेष ₹1.70 करोड़ का भुगतान हर हाल में दीपावली से पहले कर दिया जाए। तकनीकी दिक्कतों को दूर कर हितग्राहियों के बैंक खातों में तत्काल राशि अंतरित करने के लिए कहा गया।
12 लाख पुरुष संग्राहकों को मिलेगा चरण पादुका – जल्द भेजें नाप
केदार कश्यप ने घोषणा की कि अगले वर्ष लगभग 12 लाख पुरुष संग्राहकों को चरण पादुका वितरित किए जाएंगे। इसके लिए जल्द ही नाप जोख की प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए। बता दें, इस वर्ष लगभग 12 लाख महिला संग्राहकों को चरण पादुका वितरित की जा चुकी है।
अचानकमार में बाघों की संख्या में वृद्धि, पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की पहल..

वन मंत्री ने अचानकमार टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या बढ़कर 18 होने पर प्रसन्नता व्यक्त की और इसे सेंट्रल इंडिया का प्रमुख पर्यटन हब बनाने की बात कही। उन्होंने सुझाव दिया कि सेलिब्रिटी कार्यक्रमों के माध्यम से इसका प्रचार-प्रसार किया जाए।
अन्य पर्यटन स्थलों के विकास पर जोर..
उन्होंने संभाग के विभिन्न पर्यटन स्थलों जैसे – कोपरा जलाशय (तखतपुर), औरापानी, खुड़िया, कोटमी सोनार मगरमच्छ पार्क, गोमडॉ अभयारण्य, रामझरना रायगढ़, सतरेंगा कोरबा, बुका पिकनिक स्पॉट कटघोरा आदि को विकसित करने के लिए योजनाएं बनाने के निर्देश दिए।
हाथी-मानव द्वंद्व प्रबंधन के लिए सजगता और तकनीकी उपयोग की सराहना..
कटघोरा वन मंडल में हाथी जागरूकता के लिए विकसित AI आधारित ऐप की सराहना करते हुए मंत्री ने कहा कि हाथियों के साथ सह-अस्तित्व की भावना विकसित करनी होगी। साथ ही, मानव और संपत्ति की हानि रोकने के लिए सतर्कता जरूरी है।
वन पट्टा नामांतरण और बंटवारे के लंबित मामलों के शीघ्र निराकरण के निर्देश..
बैठक में वन पट्टों के नामांतरण एवं बंटवारे की प्रगति की समीक्षा करते हुए मंत्री ने लंबित 280 मामलों को शीघ्र निराकरण करने के निर्देश दिए। विशेष रूप से कोरबा वन मंडल में ज्यादा लंबित प्रकरणों पर ध्यान देने को कहा गया।
अन्य योजनाओं की भी समीक्षा : ‘ई-कुबेर’, ‘किसान वृक्षमित्र’, ‘एक पेड़ माँ के नाम’

केदार कश्यप ने ‘ई-कुबेर’ ऐप, ‘किसान वृक्षमित्र योजना’, वन भूमि में अतिक्रमण और ‘एक पेड़ माँ के नाम’ योजना जैसी पहलों की भी समीक्षा की और इन पर लक्ष्य हासिल करने हेतु तेज़ी से कार्य करने के निर्देश दिए।

बैठक में पीसीसीएफ एवं वन बल प्रमुख वी. श्रीनिवास राव, लघु वनोपज सहकारी संघ के प्रबंध संचालक अनिल साहू, पीसीसीएफ (वन्य प्राणी)अरुण पांडे, एपीसीसीएफ, सीसीएफ और वनमंडल के सभी डीएफओ और एसडीओ उपस्थित थे।
बैठक में लिए गए निर्णयों से स्पष्ट है कि वन मंत्री केदार कश्यप न केवल वन विभाग की योजनाओं को गति देना चाहते हैं, बल्कि इको-पर्यटन, रोजगार और पारिस्थिति की संतुलन को भी प्राथमिकता दे रहे हैं।

