सरकंडा पुलिस की बड़ी कार्रवाई, अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश, तीन आरोपी और एक नाबालिग जेल भेजे गए..

बिलासपुर । बिलासपुर सरकंडा पुलिस ने प्रतिबंधित नशीली कफ सिरप की तस्करी के एक बड़े मामले का खुलासा करते हुए झारखंड के देवघर से नवचेतन मेडिकल एजेंसी के संचालक कृष्ण कुमार बरनवाल को गिरफ्तार किया है। यह आरोपी बिलासपुर में नशीली कफ सिरप की लगातार आपूर्ति कर रहा था। इस मामले में पुलिस अब तक कुल तीन आरोपियों और एक नाबालिग को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज चुकी है। इस गिरफ्तारी से अंतरराज्यीय ड्रग तस्करी के नेटवर्क पर बड़ी चोट पड़ी है।
ऐसे हुआ नशे के कारोबार का खुलासा..
इस पूरे मामले का खुलासा 9 मार्च 2025 को तब हुआ जब मुखबिर की सूचना पर राजकिशोर नगर स्थित ऊर्जा पार्क के पास से अथर्व सौम्य सिंह और एक नाबालिग को 55 नग नशीली कफ सिरप के साथ पकड़ा गया। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया कि यह प्रतिबंधित सिरप झारखंड के देवघर स्थित एक मेडिकल स्टोर से ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के जरिए मंगाई जा रही थी। इस जानकारी के आधार पर पुलिस ने अपनी जांच का दायरा बढ़ाया।
पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाते हुए इस मामले के मुख्य सरगना टानू उर्फ तानु उर्फ भांचा महंत को 3 महीने तक फरार रहने के बाद 4 जून 2025 को गिरफ्तार किया। टानू ने पूछताछ में कबूल किया कि वह झारखंड के राज मेडिकल संचालक रितुराज सिंह से संपर्क कर दूसरे के खातों से पैसे ट्रांसफर करवाकर कफ सिरप मंगवाता था। इस जानकारी ने पुलिस को आगे की कड़ियों तक पहुंचने में मदद की।
नवचेतन मेडिकल एजेंसी तक पहुंची पुलिस..
राज मेडिकल से प्राप्त तकनीकी साक्ष्य और बैंक ट्रांजैक्शन की गहन जांच से यह बात सामने आई कि नशीली सिरप की सप्लाई के पीछे नवचेतन मेडिकल एजेंसी का हाथ है जिसका संचालन कृष्ण कुमार बरनवाल कर रहा था। इस महत्वपूर्ण जानकारी के बाद बिलासपुर पुलिस की एक टीम देवघर पहुंची और लक्ष्मी मार्केट में दबिश देकर आरोपी कृष्ण कुमार बरनवाल को धर दबोचा। शुरुआत में आरोपी ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की लेकिन बाद में उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। पुलिस ने उसके कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन भी जब्त किया है। साक्ष्यों के आधार पर कृष्ण कुमार बरनवाल को विधिवत गिरफ्तार कर बिलासपुर न्यायालय में पेश किया गया जहां से उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।

