Dharamjaigarh: Illegal hunting of wild boar busted, 4 accused in jail, 6 absconding!
धरमजयगढ़। वन विभाग की सूचबूझ और सक्रियता से धरमजयगढ़ वनमंडल के कोयलार परिसर में जंगली सुअर के अवैध शिकारियो को पकड़ने में बड़ी सफलता मिली है। मामले में शिकारियों पर वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम, 1972 की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है मामले में अब तक 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है जबकि 6 अन्य आरोपी अब भी फरार हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, 24 मार्च को दोपहर करीब 12:30 बजे वन विभाग को गुप्त सूचना मिली कि राजा जंगल में जंगली सुअर के शिकार के लिए क्लच तार का फंदा बिछाया गया है। सूचना मिलते ही धरमजयगढ़ वन परिक्षेत्र के अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंचे। जांच के दौरान दो संदिग्धों को भागते हुए पकड़ा गया, जिनसे कड़ी पूछताछ में शिकार के पूरे मामले का भंडाफोड़ हुआ।
आरोपियों ने कबूल किया कि कुल 10 लोगों ने मिलकर शिकार की योजना बनाई थी। पहले क्लच तार का फंदा लगाया गया, फिर कुछ लोगों ने जंगली सुअरों को दौड़ाकर फंदे तक लाया। जैसे ही दो सुअर फंसे, तीन आरोपियों ने टांगी से वार कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद शव को आग में भूनने की कोशिश की गई, लेकिन वन विभाग के अलर्ट होने पर शव को सुखी पत्तियों में छिपा दिया गया।
चार आरोपी जेल में, छह की तलाश जारी..
जांच में आरोपियों के ठिकानों से भारी मात्रा में शिकार के उपकरण, तार फंदे और टांगी बरामद की गई। शाम तक दो और आरोपी पकड़े गए, जिन्होंने अपना अपराध कबूल कर लिया। इसके बाद चार आरोपियों को 25 मार्च को प्रथम श्रेणी न्यायालय, धरमजयगढ़ में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया। गिरफ्तार आरोपियों में —
- जगमोहन राठिया (60 वर्ष)
- बोधराम राठिया (51 वर्ष)
- सनतराम राठिया (40 वर्ष)
- नेतराम चौहान (41 वर्ष)
इन सभी को जिला जेल रायगढ़ भेज दिया गया है। इस मामले में अभी भी 6 आरोपी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है। वन विभाग लगातार दबिश दे रहा है और जल्द ही अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की उम्मीद जताई जा रही है।

