समायोजन की मांग को लेकर बर्खास्त सहायक शिक्षकों का प्रदर्शन, सरकार से न्याय की गुहार..

Demonstration by dismissed assistant teachers demanding adjustment, appeal for justice from the government..

बिलासपुर। हाथों में तख्तियां और बैनर पोस्टर लिए ये लोग कोई और नहीं बल्कि बर्खास्त सहायक शिक्षक हैं, जो अपनी बहाली और समायोजन की मांग को लेकर सड़कों पर उतरने को मजबूर हैं। लंबे समय से संघर्ष कर रहे इन शिक्षकों ने शुक्रवार को बिलासपुर के नेहरू चौक पर बड़ा प्रदर्शन किया और सरकार से अपनी मांगों को पूरा करने की अपील की।

सैकड़ों की संख्या में जुटे शिक्षकों ने “एक ही नारा, एक ही नाम – समायोजन, समायोजन” के नारे लगाए और अपनी आवाज़ सरकार तक पहुंचाने की कोशिश की। शिक्षकों का कहना है कि वे योग्य और प्रशिक्षित होने के बावजूद बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं। वर्षों की मेहनत और पढ़ाई के बाद भी वे शिक्षण कार्य से वंचित हैं, जिससे उनका भविष्य अंधकार में है।

बर्खास्त सहायक शिक्षकों ने गांधी चौक से नेहरू चौक तक विशाल रैली निकाली, जिसके बाद वे नेहरू प्रतिमा के सामने बैठकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने लगे। खास बात यह रही कि सभी शिक्षक भगवा रंग की टी-शर्ट पहने हुए थे, जिस पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की तस्वीर छपी थी और ‘अटल समायोजन’ लिखा हुआ था। शिक्षकों का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती, वे इसी तरह आंदोलन जारी रखेंगे।

शिक्षकों का यह विरोध प्रदर्शन कोई एक-दो दिन का नहीं है, बल्कि वे 100 दिनों से लगातार आंदोलन कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने धरना, क्रमिक अनशन, सामूहिक उपवास, मशाल जुलूस जैसे कई तरीके अपनाए, लेकिन सरकार ने अब तक उनकी कोई सुध नहीं ली। शिक्षकों का दर्द यही है कि सरकार उनकी मांगों को सुनने के लिए तैयार ही नहीं है।

बर्खास्त शिक्षकों ने सरकार से अपील करते हुए कहा कि वे समायोजन की प्रक्रिया को फिर से शुरू करें, ताकि योग्य शिक्षकों को दोबारा बहाल किया जा सके और उन्हें रोजगार मिल सके। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर जल्द कोई निर्णय नहीं लिया गया तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे। अब देखना यह होगा कि सरकार इस मुद्दे पर क्या रुख अपनाती है।