Councillor’s term ends, cleaning in Barkhadan for the first time, public is happy and angry too, why?

बिलासपुर। नगरीय निकाय चुनाव की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। आरक्षण प्रक्रिया पूर्ण होने के साथ ही चुनावी बिगुल बजने की तैयारी है। इसी बीच वार्ड क्रमांक 42, बरखदान में नगर निगम प्रशासन की गतिविधियों ने लोगों का ध्यान खींचा।
वर्ष 2018 में देवरीखुर्द पंचायत से वार्ड क्रमांक 42 को नगर निगम में शामिल किया गया। हालांकि, तब से लेकर अब तक यह क्षेत्र बुनियादी सुविधाओं के लिए तरसता रहा। नगर निगम बनने के बाद वार्ड में सफाई व्यवस्था नदारद रही।
चौंकाने वाली बात यह रही कि पार्षद का कार्यकाल समाप्त होते ही पहली बार क्षेत्र में झाड़ू लगाई गई। यह नजारा देखकर स्थानीय निवासियों में खुशी तो हुई, लेकिन चुनावी सीजन के करीब होने के कारण इसे राजनीतिक चाल भी माना गया।
लोगों का कहना है कि पांच साल तक सफाई व्यवस्था पर ध्यान नहीं दिया गया, लेकिन अब जब निगम के प्रशासक के रूप में कलेक्टर की सीधी निगरानी है, तो क्षेत्र में सुधार देखने को मिल रहा है।
स्थानीय नागरिकों ने पार्षद पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, “हमने पांच साल तक सिर्फ वादे सुने और ठगे गए। अब जब चुनाव नजदीक है, तो प्रशासनिक सक्रियता बढ़ रही है।” पार्षद की कार्यप्रणाली भी दिखने लगी है कि कैसे एक क्षेत्र विशेष को कचरा गाड़ी और साफ सफाई से वंचित रखा गया, जब पार्षद पावर में थे तो झाड़ू वाले झांकने नहीं आए जब प्रशाशन के हाथ में व्यवस्था गई तो सब काम होने लगा।
और किसी की बोली हुई इस बात पर भी चर्चा होने लगी की बरखदान को तो 500- 500 रुपए में खरीदा जा सकता है तो वहां काम करने की क्या जरूरत बाकी करूंगा आखिर ठेका मेरा है।।

