बिलासपुर में अवैध प्लाटिंग पर चला निगम बुलडोजर, 26 एकड़ से ज़्यादा की जमीन ध्वस्त, मगर भूमाफिया अभी भी मौज में..

बिलासपुर। शहर में अवैध प्लाटिंग करने वाले भू-माफियाओं पर नगर निगम ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। निगम कमिश्नर अमित कुमार के सख्त निर्देशों पर लगातार चौथे दिन भी बुलडोजर की कार्रवाई जारी रही, जिसमें 26 एकड़ से ज़्यादा की अवैध जमीन पर बनी सड़कों, नालियों और बाउंड्रीवाल को ध्वस्त कर दिया गया। यह एक्शन कई भू-माफियाओं के खिलाफ है, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि बुलडोजर चलने के बाद भी भू-माफिया अभी तक सलाखों के पीछे क्यों नहीं हैं। राजनीतिक संरक्षण के सवाल भी उठाए जा रहे हैं।

लगातार चार दिनों की कार्रवाई, इन जगहों पर चला बुलडोजर..

निगम की टीम ने जोन 08 के तहत अशोक नगर मार्ग पर बिरकोना आशाबंद रोड पर खसरा क्रमांक 1259 का भाग और 1259/167 में 2.81 एकड़ की जमीन पर बनी अवैध प्लाटिंग को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया। यहां 34 टुकड़ों में जमीन बेची जा चुकी थी, जबकि बाकी हिस्से को बेचने की तैयारी चल रही थी। इसके अलावा, जोन 07 के अंतर्गत मोपका, बहतराई, खमतराई, बिरकोना और सकरी में भी बड़े पैमाने पर कार्रवाई की गई।

जिन भू-माफियाओं के अवैध निर्माण तोड़े गए, उनमें संजीवनी कापसे, अजय कापसे, वरुण सामनानी (खसरा नंबर 277/3), संजय खेत्रपाल (खसरा नंबर 342) और नितेश यादव, ललिता देवी शर्मा, बत्तीसा देवी विश्वकर्मा जैसे लोग शामिल हैं। इन सभी जगहों पर अवैध रूप से बनाए गए सड़क, नाली, बाउंड्रीवाल और दो निर्माणाधीन मकानों को भी गिरा दिया गया। इस कार्रवाई में 7 बुलडोजर और 8 डंपर का इस्तेमाल किया गया, जिसने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया।

सरकार के नियम, फिर भी क्यों नहीं होती गिरफ्तारी?

अवैध प्लाटिंग पर रोक लगाने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने कड़े कानून बनाए हैं। 1 हेक्टेयर से ज़्यादा की जमीन पर कॉलोनी बनाने के लिए नगर एवं ग्राम निवेश विभाग से अनुमति लेना अनिवार्य है। इसके अलावा, राज्य सरकार ने स्पेशल टास्क फोर्स (STF) और जिला स्तर पर “अवैध प्लाटिंग निगरानी समिति” का गठन भी किया है। बार-बार उल्लंघन करने वालों के बैंक खाते फ्रीज करने और NSA जैसे कड़े कानून लगाने की भी बात सामने आई है। बावजूद इसके, जनता सवाल कर रही है कि जब इतने सख्त नियम हैं, तो अब तक किसी भू-माफिया की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई है? यह सवाल प्रशासन की मंशा पर भी सवालिया निशान लगाता है।

142 जमीनों की रजिस्ट्री पर लगाई रोक, भू-माफियाओं को नोटिस..

अवैध प्लाटिंग पर लगाम लगाने के लिए निगम ने एक और बड़ा कदम उठाया है। निगम कमिश्नर अमित कुमार ने उप पंजीयक को पत्र लिखकर शहर के 142 जमीनों की रजिस्ट्री पर रोक लगाने की मांग की है। ये जमीनें मोपका, खमतराई, चांटीडीह, लिंगियाडीह, बिजौर, मंगला और तिफरा जैसे क्षेत्रों में स्थित हैं, जहां बिना अनुमति के जमीन को छोटे-छोटे टुकड़ों में बेचा जा रहा था। इसके अलावा, मोपका और घुरू के तीन भू-माफियाओं को नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब देने को कहा गया है, ऐसा न करने पर उनके खिलाफ और भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।

निगम कमिश्नर की चेतावनी : “नहीं बख्शेंगे”

नगर निगम कमिश्नर अमित कुमार ने साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि शहर की योजना से छेड़छाड़ करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि अवैध प्लाटिंग करने वालों पर आगे भी इसी तरह सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।

कार्रवाई में भवन अधिकारी अनुपम तिवारी, जोन आयुक्त श्रीमती विभा सिंह (जोन 08) और प्रवीण शर्मा (जोन 07) समेत कई उप अभियंता और पुलिस बल मौजूद रहे।