

मनेंद्रगढ़। छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर (MCB) जिले में धर्मांतरण का मुद्दा अब खुलकर राजनीतिक रंग ले चुका है। जिले में ‘चंगाई सभा’ के नाम पर धर्मांतरण का धंधा खूब फल-फूल रहा है। हाल ही में वन विभाग ने जंगल की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करके बने तीन घरों पर बुलडोजर चलाया था। ये तीनों परिवार ईसाई धर्म अपना चुके थे और जंगल के बीचों-बीच प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर बनाकर रह रहे थे, जहाँ से वे आसपास के लोगों को धर्मांतरण के लिए उकसाते थे। इन अवैध घरों पर कार्रवाई होते ही अब कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से इन धर्मांतरण समर्थकों के पक्ष में आ गई है, जिससे वन विभाग पर अनुचित दबाव बनाया जा रहा है।


नेताओं ने घेरा वन विभाग का दफ़्तर..

वन विभाग की कार्रवाई के बाद से ही कांग्रेस के नेता इन लोगों के समर्थन में उतर आए हैं। पहले तो इन लोगों को स्थानीय मंत्री के गाँव में ले जाकर धरना-प्रदर्शन करवाया गया। अब वन विभाग पर दबाव बनाने के लिए वनमंडल घेराव किया जा रहा है। दीपक बैज खुद इन लोगों के समर्थन में आ गए हैं। उन्होंने फर्जी पट्टा दिखाकर लोगों को बरगलाने की कोशिश की है। पूर्व विधायक गुलाब कमरो भी आदिवासी राजनीति का हवाला देकर इन धर्मांतरण करने वाले लोगों के साथ खड़े हो गए हैं और वन विभाग पर कार्रवाई वापस लेने का दबाव बना रहे हैं।

खुलेआम हो रहा था धर्मांतरण का काम..

सूत्रों के मुताबिक, जिन घरों पर कार्रवाई हुई, वहां धर्मांतरण का काम चल रहा था। बाहर से आकर बसे ये लोग खुलेआम स्थानीय मंत्री के गाँव में ही चंगाई सभा करते थे और स्थानीय लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए भड़काते थे। सरकार से यह अपेक्षा की जा रही है कि वह पूरे छत्तीसगढ़ में जंगल की जमीन पर अवैध रूप से बसे ऐसे सभी लोगों को सख्ती से जंगल से बाहर निकाले, खासकर उन लोगों को जो धर्मांतरण की गतिविधियों में शामिल हैं।



