राहुल गांधी के खिलाफ कार्रवाई से कांग्रेस भड़की : नेहरू चौक पर पीएम मोदी और ईडी का पुतला फूंका..

बिलासपुर। नेशनल हेराल्ड मामले में राहुल गांधी से ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की पूछताछ को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी (शहर और ग्रामीण) ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ईडी के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नेहरू चौक पर दोनों का पुतला दहन कर अपना गुस्सा जाहिर किया।

नारेबाज़ी के साथ रैली, पुलिस का प्रयास विफल..

प्रदर्शन से पहले कांग्रेस कार्यकर्ता कांग्रेस भवन में जमा हुए। वहाँ से उन्होंने जमकर नारेबाजी करते हुए रैली निकाली और नेहरू चौक पहुँचे। मौके पर मौजूद पुलिस ने पुतले को ज़ब्त करने की कोशिश की, लेकिन कांग्रेसजनों के भारी विरोध के सामने पुलिस का यह प्रयास सफल नहीं हो पाया। आखिरकार, कार्यकर्ताओं ने पुतले को आग के हवाले कर दिया।

वोट चोर–गद्दी छोड़” मुहिम से घबराई केंद्र सरकार..

शहर अध्यक्ष सिद्धांशु मिश्रा ने प्रदर्शन के दौरान आरोप लगाया कि केंद्र सरकार राहुल गांधी की ‘वोट चोर–गद्दी छोड़’ मुहिम से पूरी तरह घबरा गई है। मिश्रा ने कहा कि नेशनल हेराल्ड के पुराने मामले में दोबारा एफआईआर दर्ज करवाना यह साबित करता है कि सरकार जाँच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि हाल के चुनावों के बाद देश की जनता में चुनावी प्रक्रिया को लेकर अविश्वास बढ़ा है।

बीफ कंपनी से चंदा लेने वाली भाजपा पर जाँच क्यों नहीं?

ग्रामीण अध्यक्ष महेंद्र गंगोत्री ने नेशनल हेराल्ड को आज़ादी की लड़ाई का प्रतीक बताया। गंगोत्री ने सवाल उठाया कि “बीफ कंपनी से 250 करोड़ का चंदा लेने वाली भाजपा की जाँच ईडी क्यों नहीं करती?” उन्होंने ‘सब्सिडी पाओ–चंदा दो’ मॉडल पर चल रही भाजपा के फंड पर भी जाँच की माँग की। गंगोत्री ने दावा किया कि 2014 के बाद से भाजपा को करीब 10 हज़ार करोड़ रुपये चंदे के रूप में मिले हैं।

केंद्रीय एजेंसियों पर राजनीति का आरोप..

गंगोत्री ने सीधा आरोप लगाया कि भाजपा की पूरी राजनीति केंद्रीय जाँच एजेंसियों पर टिकी हुई है। उन्होंने कहा कि “पहले ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स से दबाव बनाया जाता है, और जैसे ही नेता भाजपा में शामिल होते हैं, उनके मामले कमजोर या बंद कर दिए जाते हैं।

प्रदर्शन में सिद्धांशु मिश्रा और महेंद्र गंगोत्री के साथ विजय केशरवानी, विजय पांडेय, समीर अहमद, जावेद मेमन, विनोद साहू, मोती ठारवानी, विक्की यादव सहित शहर और ग्रामीण संगठन के कई पदाधिकारी और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।