गरियाबंद। उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व (Udanti Sitanadi Tiger Reserve) की एंटीपोचिंग टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए चीतल का शिकार करने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने अपने बयान में वन्यप्राणी चीतल का शिकार करना स्वीकार कर लिया है।

उपनिदेशक शशिगानंदन के. के मार्गदर्शन में 30 अक्टूबर 2025 को टीम को गोपनीय सूचना मिली थी कि ग्राम जुगाड़ (परिक्षेत्र उत्तर उदंती) के एक व्यक्ति ने जंगल से लगे अपने खेत में चीतल का शिकार किया है।
ऐसे पकड़ा गया शिकारी..

सूचना पर एंटीपोचिंग टीम और वन अमला तत्काल जुगाड़ रेस्ट हाउस के पीछे एक लारी में पहुंचा। मौके पर गणेश पिता केशरी नेताम, संजय पिता देवीसिंग नेताम और अन्य दो लोग मिले। तलाशी के दौरान लारी के ऊपर से 710 ग्राम कच्चा चीतल अपशिष्ट, पकाकर खाया हुआ मांस, 03 नग तीर और 01 धनुष जब्त किया गया। पूछताछ में आरोपी गणेश ने बताया कि चीतल का कुछ मांस उसने अपने घर में रखा है। टीम आरोपी को उसके घर ले गई, जहां गणेश ने भुना हुआ चीतल मांस (3.900 किलोग्राम) खुद बाहर निकाला, जिसे जब्त कर लिया गया। आरोपी गणेश नेताम और संजय नेताम को पूछताछ के लिए मैनपुर लाया गया।
डॉग स्क्वायड की मदद से मिले सबूत..

31 अक्टूबर को स्नीफर डॉग स्क्वायड टीम के साथ आरोपी को घटनास्थल जुगाड़ ले जाया गया। आरोपी ने चीतल शिकार में उपयोग किए गए जीआई तार के 03 फंदे, शिकार में उपयोग होने वाला ‘पुरुं’ (घुंघरू), चीतल मांस काटने में उपयोग की गई कुल्हाड़ी और छुरी बरामद करवाई। इन सभी सामग्रियों को वन अमले ने जब्त कर लिया।

विवेचना अधिकारी गंगाराम ठाकुर ने बताया कि आरोपी गणेश नेताम, ग्राम जुगाड़ ने वन्यप्राणी चीतल का शिकार करना स्वीकार किया है। उसे वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की विभिन्न धाराओं के तहत आरोपी पाया गया।
आरोपी को दिनांक 31 अक्टूबर 2025 को गिरफ्तार किया गया, जिसे 1 नवंबर 2025 को माननीय मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट गरियाबंद के समक्ष पेश किया जाएगा।

