रायपुर। छत्तीसगढ़ में ठंड एक बार फिर जोर पकड़ने वाली है। मौसम विभाग ने बताया है कि अगले तीन दिनों के भीतर राज्य के ज्यादातर हिस्सों में तापमान दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाओं ने पहले ही यहाँ का माहौल ठंडा कर दिया है। उत्तरी छत्तीसगढ़, खासकर सरगुजा और कोरिया संभाग में, अभी भी शीतलहर जैसी स्थिति बनी रहने के संकेत हैं। विभाग का कहना है कि अब रात और सुबह के समय लोगों को पिछले सप्ताह से ज़्यादा ठंड महसूस होगी।

अंबिकापुर रहा सबसे ठंडा, 7.5 डिग्री पर पहुँचा पारा..
पिछले 24 घंटों के दौरान अंबिकापुर राज्य का सबसे ठंडा शहर रहा, जहाँ न्यूनतम तापमान 7.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया। सरगुजा और कोरिया संभाग के कई इलाकों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। लोग सुबह की शुरुआत अलाव जलाकर ही कर रहे हैं।
मध्य और दक्षिणी छत्तीसगढ़ में भी तापमान में गिरावट का असर दिख रहा है।
पेंड्रा रोड में न्यूनतम तापमान 12.5 डिग्री रहा।
जगदलपुर में पारा 14 डिग्री पर रुका।
दुर्ग का तापमान 15 डिग्री दर्ज हुआ।
बिलासपुर और माना क्षेत्र का तापमान 15.8 डिग्री रहा।
राजनांदगांव में तापमान 16 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।
रायपुर में दिनभर धूप, शाम ढलते ही हावी होगी ठंड..
राजधानी रायपुर में फिलहाल मौसम साफ रहने का अनुमान है। आज दिनभर आसमान निर्मल बना रहेगा और हल्की धूप लोगों को थोड़ी राहत देगी। लेकिन, मौसम विशेषज्ञों ने बताया कि शाम होते ही ठंड फिर से हावी हो जाएगी। रायपुर का तापमान 16 से 28 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है।
विशेषज्ञों का कहना है कि आसमान साफ रहने से रात में धरती की गर्मी (ऊष्मा) तेज़ी से बाहर निकल जाती है, जिस कारण न्यूनतम तापमान नीचे चला जाता है। इसके साथ ही, उत्तर दिशा से चल रही ठंडी हवाएँ लगातार छत्तीसगढ़ तक पहुँच रही हैं। अगले दो से तीन दिनों तक यही सर्द हवाओं की स्थिति बनी रहेगी।
डॉक्टरों ने दी खास सलाह, कोहरे से सावधानी जरूरी..
ठंड में तेज़ी आने की वजह से डॉक्टरों ने बुजुर्गों और बच्चों को खासकर सावधानी बरतने की सलाह दी है। उन्होंने कहा है कि सुबह और देर रात घर से बाहर निकलने पर शरीर को पूरी तरह से ढककर रखना ज़रूरी है। ग्रामीण इलाकों में सुबह के समय हल्की कोहरे की परत भी दिखाई दे रही है, इसलिए वाहन चलाने वालों को सतर्कता बरतने की ज़रूरत है। कुल मिलाकर, राज्य में सर्दी का अगला दौर शुरू हो चुका है, जो दिसंबर की शुरुआत को और ठिठुरन भरा बना देगा।

