छत्तीसगढ़: पूर्ववर्ती भूपेश बघेल सरकार पर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के गंभीर आरोप


छत्तीसगढ़ की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के खिलाफ केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली पिछली कांग्रेस सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एक भी घर नहीं बनने दिया, जो गरीबों के लिए बनाया जाना था।

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया से बातचीत करते हुए अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा, “मुझे आश्चर्य हो रहा है कि छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली पिछली कांग्रेस सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एक भी घर नहीं बनने दिया, जो गरीबों के लिए बनाया जाना था। केंद्र सरकार ने योजना के लिए पैसे भेजे थे, लेकिन राज्य सरकार ने प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के लिए राज्य का हिस्सा जारी नहीं किया।”

शिवराज सिंह चौहान ने आगे कहा कि यह गरीबों के साथ अन्याय है। केंद्र सरकार ने गरीबों को घर देने के लिए वित्तीय सहायता भेजी थी, लेकिन राज्य सरकार ने उस सहायता का उपयोग नहीं किया। उन्होंने कहा कि यह जनता के साथ धोखा है और गरीबों के अधिकारों का हनन है।

चौहान के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रवक्ता ने कहा कि यह आरोप पूरी तरह से निराधार हैं। उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल सरकार ने हमेशा गरीबों के हित में काम किया है और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत भी कई घर बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह चौहान राजनीतिक लाभ के लिए इस तरह के आरोप लगा रहे हैं और सच्चाई को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहे हैं।

राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए ये आरोप-प्रत्यारोप तेज हो गए हैं। दोनों दल एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं और जनता के सामने अपनी-अपनी बात रख रहे हैं। शिवराज सिंह चौहान के आरोपों से छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक नई बहस छिड़ गई है।

कांग्रेस और भाजपा के बीच इस मुद्दे पर तीखी बहस हो रही है और जनता को सच्चाई जानने के लिए सावधान रहना होगा। आगामी चुनावों में यह मुद्दा एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है और देखना होगा कि जनता किसे सही मानती है।

छत्तीसगढ़ की जनता के लिए यह समय सोच-समझ कर निर्णय लेने का है। शिवराज सिंह चौहान के आरोपों ने राज्य की राजनीति में एक नई हलचल पैदा कर दी है और यह देखना दिलचस्प होगा कि इसका असर चुनावों पर कितना पड़ता है।