अडानी के लिए छत्तीसगढ़ उजाड़ा जा रहा: भूपेश बघेल

रायपुर: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बीजेपी सरकार और अडानी समूह पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि हसदेव और रायगढ़ में हजारों पेड़ काटे जा रहे हैं ताकि अडानी के लिए रास्ता बनाया जाए। बघेल ने 12 जनवरी 2025 को रायपुर में मुख्यमंत्री निवास की तस्वीर साझा करते हुए दावा किया कि यह सत्ता और कॉर्पोरेट की सांठगांठ का सबूत है। उनका कहना है कि यह लड़ाई छत्तीसगढ़ को अडानीगढ़ बनने से बचाने की है।

बघेल ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि 2018 में कांग्रेस सरकार ने बैलाडीला में अडानी की खनन परियोजना रद्द की थी क्योंकि ग्राम सभा की सहमति फर्जी थी। लोहंडीगुड़ा में टाटा द्वारा अधिग्रहित जमीन भी आदिवासियों को लौटाई गई। लेकिन बीजेपी सरकार बनते ही हसदेव में लाखों पेड़ काट दिए गए। रायगढ़ के तमनार में ग्रामीणों को बंधक बनाकर और कांग्रेस विधायक को गिरफ्तार करके 5000 पेड़ काटे गए। बघेल ने सवाल उठाया कि आखिर किसके इशारे पर यह सब हो रहा है।

उन्होंने बीजेपी के शासन को दमन काल करार देते हुए कहा कि 2018 के चुनाव में जनता ने बीजेपी को सिर्फ 15 सीटों पर समेट दिया था। फिर भी सत्ता और कॉर्पोरेट की मिलीभगत से छत्तीसगढ़ के संसाधनों को लूटने का सिलसिला जारी है। बघेल ने दावा किया कि यह सिर्फ छत्तीसगढ़ की नहीं, पूरे देश की लड़ाई है। उन्होंने राहुल गांधी का जिक्र करते हुए कहा कि संसद में अडानी का नाम लेने पर ED ने उन्हें समन भेजा था।

बघेल ने कार्यकर्ताओं से एकजुट रहने की अपील की और कहा कि यह लड़ाई व्यक्तिगत नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ के जंगल, जमीन और आदिवासियों के हक की है। उन्होंने लोगों से इस मुहिम में साथ देने का आह्वान किया। अभी तक बीजेपी या अडानी समूह की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। पर्यावरण कार्यकर्ताओं का कहना है कि हसदेव में पेड़ों की कटाई से जैव विविधता को भारी नुकसान हुआ है।