बिलासपुर : अब बिना जांच नहीं होगी प्रेस क्लब सदस्यों पर FIR..

एसएसपी ने जारी किया निर्देश, जांच टीम में प्रेस क्लब का प्रतिनिधि रहेगा शामिल..

बिलासपुर। पत्रकारिता जगत के लिए राहत की खबर है। अब बिलासपुर प्रेस क्लब के पंजीकृत सदस्यों के खिलाफ बिना जांच कोई एफआईआर दर्ज नहीं की जाएगी। इस संबंध में एसएसपी रजनेश सिंह ने स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं कि यदि किसी प्रेस क्लब सदस्य के खिलाफ कोई गंभीर शिकायत मिलती है, तो डीएसपी स्तर के अधिकारी की अगुवाई में एक जांच समिति गठित की जाएगी। इस समिति में बिलासपुर प्रेस क्लब की कार्यकारिणी द्वारा नामित एक सदस्य भी शामिल रहेगा, जिसके समक्ष पूरी जांच प्रक्रिया संपन्न होगी।

एसएसपी ने यह निर्णय प्रेस क्लब के नवनिर्वाचित अध्यक्ष दिलीप यादव के नेतृत्व में पहुंचे पत्रकार प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के बाद लिया। प्रतिनिधिमंडल ने पत्रकारों के खिलाफ हालिया समय में लगातार दर्ज हो रही एफआईआर पर चिंता व्यक्त की और मांग की कि किसी भी पत्रकार के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने से पहले निष्पक्ष जांच की जाए।

दिलीप यादव ने बताया कि कई मामलों में प्रेस क्लब सदस्यों को फर्जी शिकायतों के आधार पर परेशान किया गया है, जिससे पत्रकारों में भय और असुरक्षा का माहौल बना है। हाल ही में एक आपात बैठक में यह प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया था कि किसी भी क्लब सदस्य के खिलाफ कार्रवाई से पहले उचित जांच की प्रक्रिया अपनाई जाए।

एसएसपी रजनेश सिंह ने पत्रकारों की मांगों को गंभीरता से लेते हुए तत्काल अपने मातहत अधिकारियों को निर्देशित किया कि उनके नाम से एक सर्कुलर जारी किया जाए। इस सर्कुलर में कहा गया है कि प्रेस क्लब सदस्य के विरुद्ध कोई शिकायत आने पर पहले जांच होगी और जांच में आरोप सिद्ध होने के बाद ही एफआईआर दर्ज की जाएगी। जांच में प्रेस क्लब के प्रतिनिधि की भूमिका केवल निगरानी की होगी, उन्हें हस्ताक्षर अथवा निर्णय का अधिकार नहीं होगा।

FIR के बाद स्वतः निलंबित होगी सदस्यता..

यदि किसी सदस्य पर जांच के उपरांत एफआईआर होती है, तो प्रेस क्लब की कार्यकारिणी द्वारा उस सदस्य की सदस्यता स्वतः समाप्त कर दी जाएगी।

पत्रकारों को मिलेगा हरसंभव सहयोग : कलेक्टर संजय अग्रवाल

मुलाकात के दौरान एक और अहम मुद्दा सामने आया – प्रेस क्लब के सदस्य जिया उल्ला खान पर हुए जानलेवा हमले का मामला।

प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि हमलावर ने न केवल फावड़े से हमला किया, बल्कि उनकी पत्नी ने झूठे केस में फंसाने की धमकी भी दी थी।

जिया उल्ला ने सतर्कता बरतते हुए पूरी घटना का वीडियो बना लिया, जिससे वे किसी बड़ी साजिश से बच गए। प्रतिनिधिमंडल ने हमलावर पर सख्त कार्रवाई की मांग की। इस पर कलेक्टर संजय अग्रवाल और एसएसपी रजनेश सिंह दोनों ने भरोसा दिलाया कि हमलावर पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।

कलेक्टर अग्रवाल ने कहा, “यह मेरा पुराना जिला है, यहां की स्थिति को भली-भांति जानता हूं। पत्रकारों को प्रशासन की ओर से हरसंभव सहयोग दिया जाएगा।”

प्रतिनिधिमंडल में ये रहे शामिल :

उपाध्यक्ष गोपीनाथ डे, सचिव संदीप करिहार, कोषाध्यक्ष लोकेश वाघमारे, सहसचिव रमेश राजपूत, कार्यकारिणी सदस्य कैलाश यादव, वरिष्ठ पत्रकार रवि शुक्ला,अखलाख खान, जे.पी.अग्रवाल,श्याम पाठक, राकेश परिहार, मनीष शर्मा, उषा सोनी, अमित संतवानी, उत्पल सेनगुप्ता, पंकज गुप्ते, अरविंद मिश्रा, संजीव सिंह, शुभम श्रीवास, आशीष मौर्य, अनुज श्रीवास्तव, दिब्येंदु सरकार, शेख असलम, जिया उल्ला खान, प्रियंका सिंह, मधु खान, नीरज माखीजा, मोनू गोंड, जिया खान आदि।