बिलासपुर । वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री केदार कश्यप ने 21 नवंबर 2025 को अचानकमार टाइगर रिजर्व (एटीआर) का दौरा किया, जो इस वर्ष उनका दूसरा दौरा था। मंत्री ने एटीआर को पर्यटन और स्थानीय रोजगार का केंद्र बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। इस दौरे में उन्होंने न केवल पर्यटक मार्ग और हाथी कैम्प सिहावल सागर (मनियारी नदी उद्गम स्थल) का निरीक्षण किया, बल्कि शिवतराई बैगा रिसॉर्ट पहुँचकर स्थानीय महिलाओं से मुलाकात की और रिसॉर्ट की आमदनी बढ़ाने पर जोर दिया।



रोजगार और वन्य प्राणी साइटिंग पर फोकस..


मंत्री कश्यप ने शिवतराई बैगा रिसॉर्ट की आमदनी बढ़ाने के लिए बिलासपुर और रायपुर के होटल संचालकों एवं टूर ऑपरेटर्स के साथ बैठक आयोजित कर उनसे सुझाव प्राप्त किए। उन्होंने एटीआर का व्यापक प्रचार प्रसार करने का निर्देश दिया। वन्य प्राणी साइटिंग की संभावना बढ़ाने के लिए उन्होंने रोड की लंबाई एवं वाटर बॉडी की मैपिंग के उपरांत नये पर्यटक रूट तैयार करने के निर्देश दिए, जिससे पर्यटकों को प्रत्यक्ष रूप से वन्य प्राणियों को देखने का मौका मिल सके। मंत्री ने चारागाह विकास कार्य क्षेत्रों का भी निरीक्षण किया और खाद्य घास प्रजाति के बीज संग्रहण हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
स्थानीय भागीदारी और कौशल विकास..


मंत्री कश्यप का यह दूसरा दौरा स्पष्ट करता है कि राज्य सरकार अचानकमार टाइगर रिजर्व को लेकर गंभीर है। उन्होंने अपने पूर्व में दिए गए निर्देशों का अवलोकन किया और कार्यों के पूर्ण होने पर सराहना व्यक्त की। उन्होंने वन ग्रामिण युवाओं के कौशल विकास के उन्नयन हेतु प्रयास की दिशा में भी निर्देश दिए, जो दर्शाता है कि उनका फोकस स्थानीय निवासियों को रोजगार से लाभान्वित करने पर है। इस पहल से उम्मीद है कि एटीआर का नाम प्रदेश स्तर पर आगे रहेगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। इस प्रवास के दौरान प्रधान मुख्य वन संरक्षक अरुण पाण्डेय, मुख्य वन संरक्षक बिलासपुर वृत्त मनोज पाण्डेय, उप संचालक एटीआर गणेश यू आर, सहायक संचालक कोर संजय लूथर सहित समस्त वन अधिकारी उपस्थित रहे।






