बिलासपुर: जिला आयुर्वेद अस्पताल के एक डॉक्टर का मरीज से पैसे मांगने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में डॉक्टर बृजेश सिंह, जो नूतन चौक सरकंडा स्थित जिला आयुर्वेदिक कॉलेज और अस्पताल में कार्यरत हैं, एक मरीज से इलाज के बाद 3,000 रुपए की मांग कर रहे हैं। इस घटना ने अस्पताल के प्रबंधन और स्थानीय प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया है।
पीड़ित हितेश साहू ने बताया कि उनके भाई जयंत साहू के फिस्टुला के इलाज के लिए उन्हें जिला आयुर्वेद अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। अस्पताल में इलाज के दौरान, उन्हें महंगी दवाइयां और ऑपरेशन के लिए जरूरी सामान खरीदने पर मजबूर किया गया। जब उनके भाई का इलाज सफलतापूर्वक पूरा हो गया और डिस्चार्ज की प्रक्रिया चल रही थी, तब डॉक्टर बृजेश सिंह और उनके सहयोगी ने उनसे तीन हजार रुपए की रिश्वत की मांग की।
हितेश साहू ने बताया कि वह पैसे देने के लिए तैयार नहीं थे क्योंकि उन्हें पहले से इसकी जानकारी नहीं थी। उन्होंने देखा कि अन्य मरीजों से भी पांच-पांच हजार रुपए वसूले जा रहे थे। इस पर उन्होंने प्रिंसिपल से शिकायत करने का निर्णय लिया। जब हितेश प्रिंसिपल के पास पहुंचे, तो उन्हें बताया गया कि डॉ. बृजेश सिंह के खिलाफ पहले भी कई शिकायतें मिल चुकी हैं और जल्द ही इसकी जांच की जाएगी।
हालांकि, अब तक डॉक्टर बृजेश सिंह के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। प्रिंसिपल ने आश्वासन दिया कि इस मामले की गंभीरता से जांच की जाएगी, लेकिन मरीज और उनके परिजन अभी भी न्याय की उम्मीद में हैं।
इस घटना ने जिला आयुर्वेद अस्पताल की छवि को गंभीर नुकसान पहुंचाया है। अस्पताल प्रशासन और संबंधित अधिकारियों को इस मामले की जांच कर उचित कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसे घटनाएं न हो।
रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार के ऐसे मामले समाज में स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति अविश्वास पैदा करते हैं और जरूरतमंद मरीजों को उनके अधिकारों से वंचित करते हैं। जिला आयुर्वेद अस्पताल को इस मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए दोषियों को सजा दिलानी चाहिए ताकि आम जनता का विश्वास बहाल हो सके।

