Bilaspur: Councillor said “I am a councillor”, staff said – “Law is equal for everyone” give money.. High voltage drama for 10 rupees at the bicycle stand of Town Hall..

बिलासपुर। “पैसे दो, नहीं तो यहां से मत जाओ!” – ये शब्द किसी आम राहगीर के लिए नहीं, बल्कि शहर की एक महिला पार्षद के लिए बोले गए। मामला टाउन हॉल के साइकिल स्टैंड का है, जहां पार्षद अपने बेटे के साथ आई थीं। लौटते वक्त जब वह बाइक पर बैठने लगीं, तभी साइकिल स्टैंड के एक पुरुष और महिला कर्मचारी ने किराए की मांग कर दी।
पार्षद ने खुद को नगर निगम का पार्षद बताते हुए किराया देने से मना किया, लेकिन स्टाफ अड़ गया। “पार्षद हों या आम आदमी, नियम सबके लिए बराबर हैं,” कहते हुए महिला कर्मचारी ने न सिर्फ किराया मांगा बल्कि बेइज्जती करके बहस करने लगी।
“यहां पार्षदी नहीं चलेगी, किराया देना ही पड़ेगा!”
जैसे ही बहस गर्म हुई, मौके पर भीड़ इकट्ठा हो गई। कुछ लोगों ने कहा, “ये हमारी पार्षद हैं,” लेकिन स्टाफ ने साफ कह दिया, “यहां पार्षदी नहीं चलेगी, किराया देना ही पड़ेगा!” लेकिन माहौल को देखते हुए महिला पार्षद ने आखिरकार 10 रुपये का नोट निकालकर बात खत्म करनी पड़ी।

