Bijapur journalist Mukesh Chandrakar missing for 3 days, police investigating CCTV footage..

बीजापुर: जिले के पत्रकार मुकेश चंद्राकर पिछले 3 दिनों से लापता हैं। पुलिस को अपहरण की आशंका है और इस सिलसिले में शहर के विभिन्न इलाकों में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है।
पुलिस ने एक संदिग्ध व्यक्ति को हिरासत में लिया है और IG सुंदरराज पी ने कहा है कि जांच में कुछ क्लू मिले हैं, और इसकी जांच जारी है। यह घटना बीजापुर सिटी कोतवाली क्षेत्र की है।
मुकेश चंद्राकर पिछले कई वर्षों से बीजापुर में पत्रकारिता कर रहे थे। पुलिस के अनुसार, वह 1 जनवरी की शाम को टी-शर्ट और शॉर्ट्स पहनकर घर से बाहर गए थे, लेकिन कुछ देर बाद उनका फोन बंद हो गया। रात तक घर नहीं लौटने पर उनके भाई युकेश चंद्राकर ने उनके आसपास के इलाकों और करीबियों के घरों में ढूंढ़ने की कोशिश की, लेकिन उनका कोई पता नहीं चला। इसके बाद युकेश चंद्राकर ने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई।
पुलिस ने जांच तेज की..
पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद जांच तेज कर दी है और शहर के सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला जा रहा है। वहीं, बस्तर के पत्रकारों ने भी इस मामले को जल्द सुलझाने की अपील की है। बस्तर IG सुंदरराज पी ने कहा कि पुलिस को कुछ सुराग मिले हैं और एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है। दिल्ली से भी पुलिस टीम को जांच के लिए भेजा गया है। उन्होंने आश्वस्त किया कि स्थिति आज शाम तक स्पष्ट हो जाएगी।
पत्रकार संघ की चिंता..
बस्तर जिला पत्रकार संघ के अध्यक्ष मनीष गुप्ता ने कहा कि यह घटना गंभीर है, क्योंकि एक स्थानीय पत्रकार का लापता होना सबके लिए चिंता का विषय है। मुकेश चंद्राकर ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों को उजागर किया है और उनका अचानक लापता होना उनके परिवार और साथी पत्रकारों के लिए चिंताजनक है।
पत्रकार संघ का समर्थन..
दक्षिण बस्तर पत्रकार संघ के अध्यक्ष बप्पी राय ने कहा कि इस घटना के पीछे कोई साजिश हो सकती है। उन्होंने बताया कि वे और अन्य पत्रकार बीजापुर पहुंच रहे हैं और मुकेश के परिवार के साथ खड़े हैं। साथ ही, उन्होंने सवाल किया कि पुलिस के पास आधुनिक तकनीकी संसाधन होते हुए भी 3 दिनों से मुकेश का पता क्यों नहीं लगाया जा सका। उनका कहना था कि बीजापुर पहुंचने के बाद वे आगे की कार्रवाई का निर्णय लेंगे।

