महासमुंद अस्पताल में मिले जंग लगे सर्जिकल ब्लेड, सीएमएसएससी लगे लापरवाही के गंभीर आरोप..

रायपुर। छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर एक बड़ा और गंभीर मामला सामने आया है। महासमुंद के शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय के ऑपरेशन थिएटर में उपयोग किए जा रहे सर्जिकल ब्लेड नंबर 22 में जंग लगने और खराब पैकिंग की शिकायत मिली है। ये ब्लेड छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (सीजीएमएससी) द्वारा सप्लाई किए गए थे। इस लापरवाही से मरीजों की जान को सीधा खतरा पैदा हो गया है।
ऑपरेशन थिएटर में जानलेवा ब्लेड..

अस्पताल के ओटी इंचार्ज की रिपोर्ट बताती है कि बैच नंबर जी 409 जिसकी एक्सपायरी मई 2029 है ऐसे 500 ब्लेड में से 50 ब्लेड पूरी तरह जंग लगे पाए गए। इन ब्लेडों की हालत इतनी खराब थी कि ऑपरेशन के दौरान मरीज को गंभीर संक्रमण या सेप्सिस होने का सीधा खतरा था। यह स्थिति चिकित्सा व्यवस्था पर एक बड़ा प्रश्नचिह्न लगाती है। सीजीएमएससी ने मुंबई की गोल्डविन मेडिकेयर लिमिटेड से 2023 में इन सर्जिकल ब्लेड की आपूर्ति के लिए अनुबंध किया था।
मंत्रालय तक पहुंची शिकायत..
महासमुंद अस्पताल प्रशासन ने इस पूरे मामले को अत्यंत गंभीरता से लिया है। उन्होंने तत्काल सीजीएमएससी से इन खराब ब्लेडों को बदलने की मांग की है। शिकायत पत्र और सभी साक्ष्यों के साथ स्वास्थ्य मंत्रालय और मेडिकल एजुकेशन विभाग सहित सात वरिष्ठ अधिकारियों को रिपोर्ट भेजी गई है। यह मामला सीजीएमएससी की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करता है और इसकी खरीद प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर भी संदेह पैदा करता है।
सीजीएमएससी का बयान और आगे की कार्रवाई..
अस्पताल में जंग लगे ब्लेड भेजने के मामले में सीजीएमएससी की प्रबंध संचालक पद्मिनी भोई साहू का बयान आया है। उन्होंने कहा है कि संबंधित दवा और ब्लेड अस्पतालों से वापस मंगवा लिए गए हैं। दोनों की गुणवत्ता की दोबारा जांच कराई जाएगी। उन्होंने यह भी आश्वस्त किया है कि संबंधित कंपनियों को नोटिस जारी कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हालांकि इस मामले ने मरीजों की सुरक्षा और सरकारी खरीद में पारदर्शिता को लेकर एक नई बहस छेड़ दी है।

