Big disclosure: Corrupt sub-inspector arrested for bribery, serious allegations of murder in Human Rights Commission report!

कोरबा । कोरबा कोतवाली में पदस्थ उप पुलिस निरीक्षक मनोज मिश्रा को ए सी बी ने रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया,यह कार्यवाही ए सी बी बिलासपुर द्वारा की गई है और ये कोई पहला मामला नहीं है, जहां उप पुलिस निरीक्षक मनोज मिश्रा पर इल्जाम लगे हैं दीपका निवासी कांति प्रधान ने अगस्त 2024 में एक लिखित शिकायत राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग को मेल की थी।जिसमे यह उल्लेख किया गया था कि कैसे मनोज मिश्रा ने एक निजी कंपनी के प्रभाव में आ कर बुजुर्ग कांति प्रधान और उसके साथ काम करने वाले सोहन सिंह को धमकाया और दी गई शिकायत पर जांच नहीं की। जिसके बाद कंपनी द्वारा सोहन सिंह को मार देने का आरोप लगाते हुए उनके पुत्र गौतम पोर्ते और मृतक के भाई बाबूलाल ने भी शिकायत की है।जिसमे कोरबा पुलिस पर प्रार्थी की फर्जी हस्ताक्षर करने और तथ्यों को छुपाने का आरोप लगाया गया है। जिसको राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग ने भी स्वीकार किया है तथा रिपोर्ट डी जी पी से तलब की है। लेकिन अब इस मृत्यु को हत्या या आत्महत्या के लिए उकसाने के संबंध में जांच करना अति आवश्यक है,ताकि सोहन सिंह की मृत्यु के सही कारण का पता चले और एक गरीब परिवार को न्याय मिले, खैर अब देखना है कि इन सब जुड़ती कड़ी और प्रत्यक्ष प्रमाण के बाद छत्तीसगढ़ सरकार उक्त निजी कंपनी और पुलिस अधिकारियों पर क्या कार्यवाही करती है।

