Beware of tiger rumours! Forest department issued alert..
बिलासपुर। सोशल मीडिया पर इन दिनों एक बाघ के वीडियो और तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही हैं, जिसमें दावा किया जा रहा है कि यह बाघ बिलासपुर और आसपास के रिहायशी इलाकों में घूम रहा है। इस वायरल कंटेंट को लेकर लोगों में भय और दहशत का माहौल बन गया है। लेकिन वन विभाग ने इस खबर को पूरी तरह गलत और भ्रामक बताया है।
बिलासपुर वनमंडल के अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि यह बाघ कई दिनों पहले ही जंगल की ओर लौट चुका है और फिलहाल किसी भी रिहायशी इलाके में उसकी मौजूदगी की कोई पुष्टि नहीं हुई है। वन विभाग ने जनता से अपील की है कि वे इस तरह की अफवाहों पर विश्वास न करें और बिना प्रमाणिकता के किसी भी तरह की खबर को सोशल मीडिया पर न फैलाएं।
अफवाह फैलाने वालों पर होगी कार्रवाई..
वन विभाग ने चेतावनी दी है कि जो भी व्यक्ति झूठी जानकारी या फर्जी वीडियो-तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लोगों को गुमराह करेगा, उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन लगातार सोशल मीडिया मॉनिटरिंग कर रहा है और अफवाह फैलाने वालों पर नजर रखी जा रही है।
वनमंडलाधिकारी बिलासपुर ने कहा, “हम जनता से अपील करते हैं कि किसी भी वन्यजीव संबंधी सूचना को वन विभाग से सत्यापित किए बिना आगे न बढ़ाएं। यदि आपको बाघ या किसी अन्य जंगली जानवर की उपस्थिति की वास्तविक जानकारी मिलती है, तो तुरंत नजदीकी वन विभाग कार्यालय या वन अधिकारी को सूचित करें।”
सोशल मीडिया पर जिम्मेदारी जरूरी..
फर्जी खबरें और अफवाहें केवल भ्रम ही नहीं फैलातीं, बल्कि कई बार अप्रिय घटनाओं का कारण भी बन सकती हैं। इसलिए जरूरी है कि सोशल मीडिया पर जिम्मेदारी से व्यवहार किया जाए और किसी भी खबर की पुष्टि के बिना उसे आगे न बढ़ाया जाए।
वन विभाग ने जनता से अपील की है कि वे अफवाहों से सतर्क रहें और जंगल एवं वन्यजीव संरक्षण में सहयोग करें।

