ललित हीरालाल गर्ग का भावपूर्ण उद्बोधन – भारतीय संस्कृति की पुनर्स्थापना हेतु मातृशक्ति से किया आह्वान..

बिलासपुर। युगाब्द 5127, आश्विन कृष्ण त्रयोदशी – छोटी दीपावली के पावन अवसर पर शुभमविहार विकास समिति द्वारा आयोजित 161वें सतत संगीतमय सुंदरकांड एवं हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन श्रद्धा, भक्ति एवं उत्साह के साथ सम्पन्न हुआ।
इस अवसर पर उपस्थित धर्मनिष्ठ श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए ललित हीरालाल गर्ग ने कहा कि मैकाले की कुटिल शिक्षा पद्धति ने हमारी संस्कृति को खोखला करने का कार्य किया है। आज का शिक्षित समाज दीप प्रज्वलन, भजन-कीर्तन एवं ईश आराधना जैसे मूल संस्कारों से दूर होता जा रहा है और विदेशी संस्कृति के अंधानुकरण में लिप्त है।
उन्होंने विशेष रूप से माताओं एवं बहनों से अनुरोध किया कि वे अपने बच्चों में धार्मिक एवं सांस्कृतिक संस्कार विकसित करें। ललित गर्ग ने कहा कि प्रत्येक दिन कम से कम एक बार, तथा सप्ताह में एक दिन सामूहिक रूप से हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य किया जाए।
बच्चों को आदर्श के रूप में श्रीराम, श्रीहनुमान एवं स्वतंत्रता संग्राम के महानायकों को प्रस्तुत करें, तभी राष्ट्र अखंड, सशक्त और संस्कारित बन सकेगा।
कार्यक्रम में पवन गोयल के सौजन्य से आत्म रक्षा सूत्र का नि:शुल्क वितरण भी किया गया।
अगले आयोजन की घोषणा :
आगामी रविवार, 26 अक्टूबर 2025, शाम 6 बजे जेपी हाइट्स में इस्कॉन के तत्वावधान में दामोदर अष्टकम पाठ एवं दीपदान का दिव्य आयोजन किया जाएगा।
आज के आयोजन में प्रमुख रूप से उपस्थित रहे :

अखिलानंद पांडेय (अध्यक्ष), ललित अग्रवाल, आर. पी. मिश्रा, अखलेश द्विवेदी, प्रमोद अवस्थी, ईश्वर तिवारी, मनीष बरसैया, एस. के. सक्सेना, प्रमोद तिवारी, कौशल्या साहू, इंदुबाला पांडेय, सरिता पांडेय, निशा अग्रवाल, लक्ष्मी साहू, सीमा पांडेय, स्मिता नामदेव, नरेंद्र गोपाल, टी. एस. तोमर, सुरेंद्र राजपूत, सिद्धार्थ शर्मा, अभिषेक शर्मा, शिवांश पांडेय, भूपेंद्र यादव सहित सैकड़ों श्रद्धालु भक्तगण।
कार्यक्रम की विशेष बात रही श्रद्धालु मातृशक्ति की सक्रिय सहभागिता, जिन्होंने भक्ति संगीत, सामूहिक सुंदरकांड एवं हनुमान चालीसा पाठ में पूरे भाव से भाग लेकर आयोजन को भक्तिमय बना दिया।
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