Attempt to intimidate judiciary: Chhattisgarh High Court judge and SAFEMA officer received threatening letter in the name of NDPS accused..
बिलासपुर। न्याय व्यवस्था से जुड़े अधिकारियों को निशाना बनाने का एक गंभीर मामला सामने आया है।छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के एक माननीय जज और मुंबई स्थित SAFEMA (Smugglers and Foreign Exchange Manipulators Act) अदालत के एक वरिष्ठ अधिकारी को धमकी भरे पत्र मिलने से पूरे प्रशासनिक और सुरक्षा महकमे में हड़कंप मच गया है। इन पत्रों के पीछे एनडीपीएस एक्ट के तहत गांजा तस्करी के आरोपी संजीव कुमार छाबड़ा उर्फ सुच्चा सिंह का नाम सामने आया है, जो वर्तमान में जेल में बंद है।
मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी सुच्चा सिंह के खिलाफ मुंबई की SAFEMA कोर्ट में उसकी अवैध संपत्ति की कुर्की (जब्ती) की महत्वपूर्ण कानूनी कार्रवाई चल रही है। माना जा रहा है कि इसी कार्रवाई को प्रभावित करने के इरादे से ये धमकी भरे पत्र भेजे गए हैं। पत्र अलग-अलग संबंधित अधिकारियों को मिले हैं और इनकी भाषा शैली तथा संदर्भ से स्पष्ट होता है कि इनका मकसद न्यायिक प्रक्रिया और कानून प्रवर्तन को बाधित करना था।
इस चौंकाने वाली घटना के बाद, पुलिस मुख्यालय (PHQ) के निर्देश पर बिलासपुर के सिविल लाइन थाने में भारतीय दंड संहिता (IPC) की गंभीर धाराओं के तहत तत्काल मामला दर्ज कर लिया गया है। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए, पुलिस ने जांच का जिम्मा साइबर और फॉरेंसिक विशेषज्ञों को सौंपा है ताकि पत्रों की प्रमाणिकता और स्रोत का पता लगाया जा सके।
धमकी भरे पत्र मिलने के बाद संबंधित माननीय जज और SAFEMA अधिकारी की सुरक्षा तत्काल प्रभाव से बढ़ा दी गई है। साथ ही, खुफिया एजेंसियों को भी पूरी तरह से अलर्ट कर दिया गया है ताकि किसी भी संभावित खतरे को टाला जा सके।
पुलिस सूत्रों ने बताया है कि जांच टीम इस बात की गहराई से पड़ताल कर रही है कि क्या ये पत्र जेल के भीतर से किसी तरह बाहर भेजे गए हैं या किसी बाहरी व्यक्ति ने आरोपी के नाम का इस्तेमाल किया है। घटना की हर कड़ी को जोड़ने और दोषियों तक पहुंचने के लिए एक विशेष जांच टीम का गठन किया गया है।

