Allegations of illegal activities in Harihar Oxygene Committee, serious allegations on the board of directors..

बिलासपुर: हरिहर ऑक्सीजोन समिति, जिसका उद्देश्य वृक्षारोपण और पर्यावरण संरक्षण है, पर हाल ही में गंभीर आरोप लगाए गए हैं। समिति के संयोजक पर आरोप है कि वे समिति के नाम पर अवैधानिक ढंग से कार्य कर रहे हैं और सदस्यों की सहमति के बिना कई फैसले ले रहे हैं।
शिकायतकर्ताओ द्वारा सहायक पंजीयक, फर्म्स एवं संस्थाएं, बिलासपुर संभाग को दर्ज कराई गई शिकायत में कहा गया है कि समिति के संयोजक ने नियमों की अनदेखी करते हुए पदाधिकारियों की सहमति के बिना ही पत्र जारी किए और फैसले लिए हैं। इतना ही नहीं, समिति के पंजीकृत सदस्यों के अलावा अन्य व्यक्तियों के नाम का भी उपयोग किया जा रहा है। शिकायत में यह भी उल्लेख किया गया है कि समिति के संयोजक ने पदाधिकारियों के बिना जानकारी दिए लाखों रुपये का गबन किया है।
शिकायत के अनुसार, समिति के पंजीयन के बाद से आज तक एक भी बैठक नहीं हुई है। इसके अलावा, समिति का कोई नियमित रजिस्टर भी नहीं बनाया गया है, जो कि पंजीयन नियमों के विरुद्ध है। आरोप लगाया गया है कि समिति के सदस्यों से मासिक शुल्क के रूप में 200 रुपये लिए जा रहे हैं, लेकिन इसकी कोई रसीद जारी नहीं की जाती। वर्तमान कोषाध्यक्ष श्री ताराचंद साहू पर भी आरोप है कि वे अब तक समिति की धनराशि का कोई स्पष्ट विवरण प्रस्तुत नहीं कर पाए हैं।
शिकायत में यह भी कहा गया है कि समिति के संयोजक द्वारा फर्जी रसीदें जारी की जा रही हैं और उन्हें व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से साझा किया जा रहा है। इन फर्जी रसीदों की प्रतियां शिकायत के साथ प्रमाण के रूप में संलग्न की गई हैं।
समिति पर यह भी आरोप है कि पंजीयन के नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है, और समिति की कोई उचित कार्यकारिणी गठित नहीं की गई है। शिकायतकर्ता ने मांग की है कि समिति के कार्यों की गहन जांच की जाए और जनधन के दुरुपयोग को रोकने के लिए उचित कार्रवाई की जाए।
समिति की अवैध गतिविधियों के चलते समिति के सदस्य और स्थानीय निवासी चिंता में हैं। अब यह देखना होगा कि प्रशासन इस मामले पर क्या कदम उठाता है और समिति की पारदर्शिता और ईमानदारी को कैसे बहाल करता है।

