Achanakmar Tiger Reserve left Bandhavgarh-Kanha behind in patrolling, became ‘number one’ of Central India!
बिलासपुर। अचानकमार टाइगर रिजर्व ने वन्यजीवों की सुरक्षा और जंगल की निगरानी के मामले में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। रिजर्व प्रबंधन द्वारा लागू की गई एक नई और प्रभावी रैंकिंग प्रणाली के चलते अचानकमार अब गश्ती के मामले में मध्य भारत के सभी टाइगर रिजर्व्स से आगे निकल गया है। इसने कान्हा और बांधवगढ़ जैसे देश के प्रसिद्ध टाइगर रिजर्व्स को भी पीछे छोड़ते हुए पहला स्थान प्राप्त किया है।
रिजर्व में गश्ती कार्य को और अधिक कुशल बनाने तथा फील्ड स्टाफ को प्रेरित करने के उद्देश्य से प्रबंधन ने एक अनूठी मासिक रैंकिंग प्रणाली शुरू की है। इस प्रणाली के तहत प्रत्येक रेंज और व्यक्तिगत रूप से वन कर्मचारियों द्वारा की गई गश्ती का मूल्यांकन किया जाता है। बेहतर प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों को प्रोत्साहित कर पुरस्कृत किया जाता है, जबकि पिछड़ने वालों को मार्गदर्शन और आवश्यक फीडबैक दिया जाता है ताकि वे सुधार कर सकें।
इस पहल का सीधा और सकारात्मक परिणाम मार्च 2025 के M-STRiPES विश्लेषण में देखने को मिला। आंकड़ों के अनुसार, अचानकमार टाइगर रिजर्व ने 50.76 किमी प्रति वर्ग किलोमीटर की औसत गश्ती घनत्व हासिल की, जो मध्य भारत के किसी भी अन्य टाइगर रिजर्व से अधिक है। यह लगातार तीसरा महीना है जब अचानकमार ने फुट पेट्रोलिंग के मामले में इस क्षेत्र में शीर्ष स्थान बनाए रखा है।
माना जा रहा है कि इस रैंकिंग प्रणाली से कर्मचारियों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा बढ़ी है, जिससे गश्ती में गुणात्मक और संख्यात्मक दोनों तरह का सुधार आया है। इसने न केवल रिजर्व के सुरक्षा तंत्र को मजबूत किया है बल्कि वन्यजीवों और उनके आवासों के संरक्षण प्रयासों को भी गहरा बल प्रदान किया है।
अचानकमार की यह उपलब्धि अन्य टाइगर रिजर्व्स के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन सकती है।

