सड़क किनारे ठंड में कांप रहा था मूकबधिर, डायल-112 के जवानों ने दिखाई मानवता..

A deaf and dumb person was shivering in the cold on the roadside, Dial-112 personnel showed humanity..

बिलासपुर। डायल-112, छत्तीसगढ़ की आपातकालीन सेवा न केवल अपराध और आपात स्थिति में मददगार साबित हो रही है, बल्कि मानवता की मिसाल भी बनती जा रही है। ताजा मामला बिलासपुर के रिंग रोड-2 क्षेत्र का है, जहां एक विकलांग और मूकबधिर व्यक्ति ठंड से कांपते हुए सड़क पर पड़ा था। सिविल लाइन थाने की डायल-112 टीम ने तत्परता और संवेदनशीलता दिखाते हुए उसे सुरक्षित सिम्स अस्पताल पहुंचाया। घटना 28 दिसंबर को डायल-112 को सूचना मिली कि रिंग रोड-2 पर एक 35 वर्षीय व्यक्ति ठंड और असहाय अवस्था में पड़ा हुआ है। टीम में शामिल आरक्षक राकेश कान्छी और चालक रमेश साहू तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने देखा कि व्यक्ति ठंड और भूख से बेहद परेशान था। बिना समय गंवाए, उसे सिम्स अस्पताल ले जाकर इलाज कराया गया। डायल-112 टीम ने व्यक्ति के परिजनों का पता लगाने की कोशिश शुरू की। गश्त के दौरान आसपास के लोगों से पूछताछ कर पता चला कि वह व्यक्ति मिनी बस्ती का निवासी है। टीम ने उसके घर जाकर मां से संपर्क किया और उन्हें सिम्स अस्पताल लाकर पुत्र से मिलवाया। अपने बेटे को सुरक्षित देखकर मां की आंखों में खुशी और चेहरे पर मुस्कान लौट आई।

बिलासपुर पुलिस अधीक्षक ने इस मानवीय कार्य के लिए डायल-112 टीम की प्रशंसा की और उन्हें पुरस्कृत करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह घटना पुलिस के जनसेवा दृष्टिकोण को दर्शाती है। यह पहली बार नहीं है जब डायल-112 ने मानवता का परिचय दिया हो। 22 दिसंबर को सिविल लाइन क्षेत्र के महाराणा प्रताप चौक पर गंभीर हालत में पड़े एक विकलांग बुजुर्ग को भी ठंड से बचाया गया था। टीम ने तत्परता दिखाते हुए उन्हें अस्पताल पहुंचाया और उनकी जान बचाई। बिलासपुर पुलिस ने जनता से अपील की है कि किसी भी अपराध, घटना या आपात स्थिति में डायल-112 पर कॉल करें।