बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में आम आदमी पार्टी का कुनबा बसने से पहले ही उखड़ता दिख रहा है। पार्टी के प्रमुख नेता और 2023 विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी रहे जसबीर चावला ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा राज्यसभा सांसद संदीप पाठक को भेजा है, जिसमें पार्टी के कामकाज पर गंभीर सवाल उठाए हैं। चावला ने कार्यकर्ताओं की उपेक्षा, छत्तीसगढ़ के लिए आवंटित फंड के बावजूद बैंक खाता न खुलवाने और संगठनात्मक कमियों को अपने इस्तीफे का मुख्य कारण बताया है।

जसबीर चावला के इस कदम को पार्टी के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि वे स्थापना काल से ही पार्टी से जुड़े हुए थे। उन्होंने लोकसभा और विधानसभा चुनावों में पार्टी के लिए जमकर मेहनत की और जनाधार बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई थी। उनके इस्तीफे के बाद पार्टी के भीतर चल रहे असंतोष की परतें खुल गई हैं। यह भी कहा जा रहा है कि चावला के इस कदम के बाद कई और उपेक्षित कार्यकर्ता और पदाधिकारी भी इस्तीफा दे सकते हैं, जिससे पार्टी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
यह कोई पहला मौका नहीं है जब आप को छत्तीसगढ़ में इस तरह के झटके लगे हों। इससे पहले, पार्टी के कई लोग पार्टी छोड़ चुके हैं।विश्लेषकों का मानना है कि आप की राष्ट्रीय स्तर की सफलता के बावजूद, छत्तीसगढ़ में उसका संगठनात्मक ढांचा कमजोर ही रहा है। कार्यकर्ताओं की अनदेखी और फंड जैसी मूलभूत सुविधाओं की कमी ने असंतोष को बढ़ाया है। चावला के इस्तीफे को इसी असंतोष का नतीजा माना जा रहा है।
उन्होंने साफ कहा कि वे लगातार मतभेदों को दूर करने का प्रयास करते रहे, लेकिन जब सुनवाई नहीं हुई तो उन्हें यह कदम उठाना पड़ा। इससे साफ है कि पार्टी के भीतर संवाद की कमी है, जिसका सीधा असर उसके भविष्य पर पड़ सकता है।

