

बिलासपुर। ग्रामीणों के काम पर लापरवाही और मनमानी अब भारी पड़ने वाली है। कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल और जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल के कड़े निर्देश के बाद जनपद पंचायत तखतपुर के सीईओ सत्यव्रत तिवारी ने सोमवार 15 दिसंबर 2025 को चार ग्राम पंचायतों का अचानक निरीक्षण किया। इस औचक निरीक्षण में खुलासा हुआ कि कार्यालयीन समय में कई पंचायतें बंद मिलीं और वहाँ के सचिव ड्यूटी से नदारद थे। सीईओ सत्यव्रत तिवारी ने अनुपस्थित पाए गए सभी चार सचिवों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की सिफारिश करते हुए जिला पंचायत सीईओ को प्रस्ताव भेज दिया है।
ग्रामीण काम में घोर लापरवाही..
जनपद सीईओ ने ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायतों के कामकाज पर नजर रखने और आम लोगों को सुविधा देने के मकसद से ग्राम पंचायत परसदा, भरनी, चोरभट्टीकला और चोरभट्टीखुर्द का निरीक्षण किया था।
निरीक्षण के दौरान पता चला कि:
परसदा के सचिव ब्रजेश साहू बिना किसी पूर्व सूचना के ऑफिस से गायब थे।

भरनी का पंचायत कार्यालय कार्यालयीन समय में बंद मिला और सचिव विरेंद्र ध्रुव भी अनुपस्थित थे।

चोरभट्टीकला में भी पंचायत कार्यालय बंद पाया गया, और सचिव कु. मनीता कश्यप अपनी सीट पर मौजूद नहीं थीं।

इसी तरह, चोरभट्टीखुर्द में भी पंचायत कार्यालय बंद मिला और सचिव प्रीति ध्रुव ड्यूटी से नदारद थी।
जनपद सीईओ सत्यव्रत तिवारी ने सभी चार अनुपस्थित सचिवों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए केस बनाकर जिला पंचायत सीईओ को भेजा है। इस घटना से यह साफ हो गया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी कामों में कितनी लापरवाही बरती जा रही है, जिसका सीधा खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। सूत्रों के अनुसार, इन सचिवों पर अब निलंबन जैसी बड़ी कार्रवाई हो सकती है।



