

सूरजपुर। सूरजपुर वन मंडल के घुई परिक्षेत्र अंतर्गत पीएफ-705 के जंगल में एक नर बाघ का करीब एक दिन पुराना शव मिलने से वन विभाग में हड़कंप मच गया है। संदिग्ध परिस्थितियों में हुई इस घटना ने वन्यजीवों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम तत्काल मौके पर पहुंची और पूरे क्षेत्र को सील कर गहन जांच शुरू कर दी गई। प्रारंभिक जांच में बाघ के शरीर पर चोट के स्पष्ट निशान पाए गए हैं, जिससे आशंका जताई जा रही है कि शिकारियों द्वारा लगाए गए अवैध बिजली के तार की चपेट में आने से करंट लगने के कारण नर बाघ की मौत हुई होगी।
वन विभाग द्वारा शव का परीक्षण किया जा रहा है तथा पोस्टमार्टम की प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही बाघ की मौत के वास्तविक कारणों की पुष्टि हो सकेगी। मृत नर बाघ की उम्र लगभग 7 से 8 वर्ष बताई जा रही है।

मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ वन अधिकारी भी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। वहीं, आसपास के जंगलों में गश्त बढ़ा दी गई है और स्थानीय ग्रामीणों से पूछताछ की जा रही है, ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि या अवैध शिकार से जुड़े सुराग मिल सकें।
इस संबंध में पीसीसीएफ वाइल्डलाइफ अरुण पांडे ने बताया कि सूरजपुर जिले के घुई परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सरहदी वन क्षेत्र में एक नर बाघ मृत अवस्था में पाया गया है। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की गहन जांच की जा रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद स्थिति पूरी तरह स्पष्ट होगी।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि इस प्रकरण में किसी भी शिकारी की संलिप्तता पाई जाती है तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, यदि जांच में वन विभाग के किसी अधिकारी या कर्मचारी की लापरवाही सामने आती है, तो उनके विरुद्ध भी कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।



