बिलासपुर, छत्तीसगढ़। कांग्रेस के जनपद पंचायत उपाध्यक्ष नितेश सिंह पर मंगलवार शाम हुए जानलेवा हमले के मामले में बिलासपुर पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के नेतृत्व में चलाए गए “प्रहार” अभियान के तहत पुलिस ने साजिश रचने वाले मुख्य आरोपी समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है। यह हमला पुरानी रंजिश और राजनीतिक वर्चस्व की लड़ाई का नतीजा था। नितेश सिंह हमले में सुरक्षित बच गए, लेकिन उनके दो साथी राजू सिंह और चंद्रभान सिंह गोली लगने से घायल हो गए और उन्हें अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

साजिश का मास्टरमाइंड और घटनाक्रम..
पुलिस जांच में सामने आया कि घटना का मास्टरमाइंड विश्वजीत अनंत, जो पूर्व युवक कांग्रेस का निष्कासित नेता है, नितेश सिंह से जमीन और राजनीतिक दबदबे को लेकर लंबे समय से विवाद रखता था। दोनों पक्षों के बीच मस्तूरी और सिविल लाइन थाने में पहले भी मामले दर्ज हो चुके हैं।
सूत्रों के अनुसार, विश्वजीत अनंत अपने भाईयों और साथियों के साथ मिलकर नितेश सिंह को जान से मारने की योजना बना रहा था। उसे पता था कि नितेश सिंह रोज शाम मस्तूरी जनपद पंचायत कार्यालय के सामने बैठते हैं।
28 अक्टूबर 2025 की शाम लगभग 6 बजे, विश्वजीत अनंत के निर्देश पर तीन नकाबपोश हमलावर दो मोटरसाइकिल पर सवार होकर घटनास्थल पहुंचे।
हमलावरों ने नितेश सिंह और उनके साथियों पर 14 राउंड ताबड़तोड़ फायरिंग की। इसी दौरान एक कार बीच से गुजर गई, जिससे हमलावरों का निशाना चूक गया और नितेश सिंह बाल बाल बच गए। हालांकि, दो साथी राजू सिंह और चंद्रभान सिंह गोली लगने से घायल हो गए।
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से सुलझाया मामला..
घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की। एसीसीयू (साइबर सेल) और थाना मस्तूरी की संयुक्त टीम ने इलाके के 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिससे नकाबपोश हमलावरों की शिनाख्त हो पाई।
गिरफ्तार आरोपी :

विश्वजीत अनंत (29), ग्राम मोहतरा (मुख्य आरोपी)
अरमान उर्फ बलमजीत अनंत (29), ग्राम मोहतरा
चाहत उर्फ विक्रमजीत (19), ग्राम मोहतरा
मोहम्मद मुस्तकीम उर्फ नफीस (29), भारतीय नगर
मोहम्मद मतीन उर्फ मोंटू (22), अटल आवास कोनी
दो विधि से संघर्षरत किशोर।
बरामद हथियार :

- दो देशी पिस्टल
- एक देशी कट्टा
- पाँच मैगजीन
- चार जिंदा कारतूस
- फायरिंग के 13 खाली खोखे और 10 बुलेट।
पुलिस जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि एक अन्य व्यक्ति तारकेश्वर पाटले ने विश्वजीत अनंत को इस काम के लिए एक लाख रुपये नकद दिए थे। पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है और इस प्रकरण में शामिल अन्य आरोपियों के खिलाफ भी कठोर कार्रवाई की बात कही है।

