दिवाली के बाद छत्तीसगढ़ में हवा हुई जहरीली, बिलासपुर में AQI 174, सांस और एलर्जी मरीजों की बढ़ी चिंता..

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में दिवाली की जगमग के बाद अब प्रदूषण का गहरा धुआँ छा गया है। पटाखों और वाहनों से निकलने वाले धुएं के कारण राज्य के प्रमुख शहरों की हवा मध्यम से खराब श्रेणी में पहुँच गई है, जिसने आम नागरिकों और खासकर सांस के मरीजों की चिंता बढ़ा दी है।

प्रमुख शहरों में प्रदूषण का स्तर बढ़ा..

मंगलवार बुधवार की रात दिवाली खत्म होने के तुरंत बाद बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग भिलाई और कोरबा जैसे बड़े शहरों में प्रदूषण स्तर में अचानक उछाल देखा गया। मंगलवार बुधवार की रात को बिलासपुर का वायु गुणवत्ता सूचकांक 174 दर्ज किया गया, जो कि मध्यम श्रेणी की ऊपरी सीमा है। यह आंकड़ा बताता है कि हवा में सूक्ष्म प्रदूषक कणों (PM) की मात्रा खतरनाक रूप से बढ़ गई है। राजधानी रायपुर का वायु गुणवत्ता सूचकांक भी 144 दर्ज किया गया, जो जल्द ही खराब श्रेणी में पहुंच सकता है।

सुबह सड़कों पर धुंध और धुआँ, विशेषज्ञों की चेतावनी..

दिवाली के अगले दिन सुबह के समय शहर के कई इलाकों में धुंध और धुएँ का मिश्रण साफ देखा गया, जिससे विजिबिलिटी (दृश्यता) पर भी असर पड़ा। इस प्रदूषण की मुख्य वजह आतिशबाजी और वाहनों से निकला धुआँ बताया गया है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इस स्थिति को देखते हुए तुरंत अलर्ट जारी किया है। उन्होंने बताया कि जिन लोगों को सांस संबंधी या एलर्जी की समस्या है, उन्हें आज सुबह के समय हर हाल में घर के अंदर ही रहना चाहिए। यह प्रदूषण फेफड़ों के लिए अत्यंत हानिकारक है।

पर्यावरण संरक्षण मंडल के अधिकारी ने बताया कि प्रदूषण के मानक स्तरों पर नियंत्रण के लिए लगातार निगरानी की जा रही है, लेकिन त्योहार की खुशी में की गई आतिशबाजी ने पर्यावरण के लिए बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है।

प्रदूषण का मानक स्तर..

क्या है मानक..

0 से 50 अच्छा (Good) न्यूनतम प्रभाव 51 से 100 संतोषजनक (Satisfactory) संवेदनशील लोगों को हल्की सांस लेने में तकलीफ।

101 से 200 मध्यम (Moderate) अस्थमा के मरीजों को सांस लेने में दिक्कत, लंबे समय तक रहने पर फेफड़ों को नुकसान।

201 से 300 खराब (Poor) अधिकांश लोगों को सांस लेने में दिक्कत, हृदय रोगियों के लिए जोखिम।

301 से 400 बहुत खराब (Very Poor) लंबे समय तक रहने पर गंभीर श्वसन रोग ।

401 से 500 गंभीर (Severe) स्वस्थ लोगों पर भी गंभीर असर, खुली हवा में सांस लेना खतरनाक ।