बिलासपुर। छत्तीसगढ़ की सरज़मीन पर बसे रूहानी स्थल लुतरा शरीफ में सूफी संत हज़रत बाबा सैय्यद इंसान अली शाह रहमतुल्लाह अलैह के 67वें सालाना उर्स पाक का समापन रविवार को कुल की फातेहा के साथ अकीदत और मोहब्बत के माहौल में हुआ। चार दिन तक चले इस पाक जलसे में देशभर से आए लाखों जायरीन ने शिरकत कर बाबा की बारगाह में हाज़िरी दी और अमन, सलामती और भाईचारे की दुआ मांगी।

कुरआन की तिलावत से शुरुआत, दुआओं के साथ समापन..
अंतिम दिन की शुरुआत दारुल उलूम फैज़ाने बाबा इंसान अली शाह के विद्यार्थियों की कुरआन शरीफ की तिलावत से हुई। इसके बाद प्रसिद्ध कव्वाल दिलशाद-इरशाद ने सूफी संतों की शान में रंगारंग कव्वाली पेश की। समापन के मौके पर कोरबा शहर काजी डॉ. सैय्यद शब्बीर अहमद ने अमन-चैन की दुआ कराई, जिसमें हर धर्म और वर्ग के हजारों जायरीनों ने हाथ उठाकर “आमीन” कहा।
‘कुल का छींटा’ लेने उमड़ी भीड़, बरकत की दुआ..

फातेहा के बाद जायरीनों को गुलाब जल का “कुल का छींटा” दिया गया, जिसे पाने के लिए भारी भीड़ उमड़ी। मान्यता है कि यह छींटा बीमारियों से राहत और रूहानी बरकत लाता है। इसके लिए इंतेजामिया कमेटी ने विशेष तौर पर चार बड़े कम्प्रेशर लगाए थे।
कव्वालों ने बांधा रूहानी समा, रातभर झूमे दीवाने..

उर्स के तीसरे दिन मुंबई के मशहूर कव्वाल मुज्तबा अजीज नाजा और राजस्थान के सूफी ब्रदर्स दिलशाद-इरशाद ने ऐसा समा बांधा कि दरगाह परिसर पूरी रात सूफियाना रंग में डूबा रहा। हजारों अकीदतमंद झूमते रहे, नारे-तकबीर और सल्लाम की सदाएं गूंजती रहीं।
वक्फ बोर्ड अध्यक्ष ने चढ़ाई चादर, “निशान-ए-लुतरा” से हुए सम्मानित..

उर्स के अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज, सीनियर एडवोकेट सैय्यद फैसल रिजवी, और अन्य प्रतिनिधियों ने दरगाह पर चादर चढ़ाकर दुआ मांगी। कव्वाली के दौरान वक्फ बोर्ड टीम को इंतेजामिया कमेटी की ओर से “निशान-ए-लुतरा” से नवाज़ा गया।
मीना बाजार और झूलों से गुलजार रहा मेला..
उर्स के साथ लगे मीना बाजार और झूले बच्चों और महिलाओं के लिए खास आकर्षण का केंद्र रहे। जायरीनों ने हाज़िरी के बाद खरीदारी और मेलों का भरपूर आनंद लिया।
इंतेजामिया कमेटी का बेहतरीन प्रबंधन, सभी विभागों का जताया आभार..
इस सफल आयोजन में इरशाद अली (चेयरमैन), मोहम्मद सिराज (उपाध्यक्ष), रियाज़ अशरफी (सेक्रेटरी), हाजी गुलाम रसूल साबरी, रौशन खान, मोहम्मद कुद्दुश, हाजी अब्दुल करीम, फिरोज खान, महबूब खान, अब्दुल रहीम सहित पूरी टीम की सराहनीय भूमिका रही।

कमेटी ने प्रशासन, पुलिस, ग्राम पंचायत, एनटीपीसी, PHE, स्वास्थ्य, व्यापारी संघ व मुस्लिम समाज के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।

